Col. CK Nayudu Trophy :: उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में अंतिम दिन 177 रनों का मुकाबला
कर्नल सीके नायडू ट्राफी में उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के बीच कांटे की टक्कर हुई। अंतिम दिन तक चले मुकाबले में 177 रनों का अंतर रहा। युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक अनुभव मिला।

भामाशाह पार्क के खेल मैदान पर कर्नल सीके नायडू ट्राफी क्रिकेट मैच में बल्लेबाजी करते कर्नाटक के बल्लेबाज हर्शिल व गेंदबाजी करते उत्तर प्रदेश के गेंदबाज कार्तिक यादव। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ । मेरठ कालेज क्रिकेट स्टेडियम के भामाशाह पार्क मैदान पर चल रहे कर्नल सीके नायडू ट्राफी का मैच मंगलवार को कई रोमांचक मोड़ से गुजरा। उत्तर प्रदेश के दोनों आफ स्पिनरों शुभम मिश्रा और कार्तिक यादव की फिरकी में कर्नाटक दूसरी पारी में भी उलझ गई और 76.1 ओवर पर 248 रन बनाकर आलआउट हो गई। कर्नाटक की पहली पारी के 20 रनों की बढ़त मिलाकर उत्तर प्रदेश ने जीत के लिए कुल 269 रनों के लक्ष्य के साथ मंगलवार को टी-ब्रेक के पहले दूसरी पारी की बल्लेबाजी शुरू की। टी-ब्रेक होते-होते ही उप्र को दो बड़े झटके लगने से मैच का रुख पलटता दिखने लगा। अंतिम सत्र के खेल में भी कर्नाटक को एक सफलता मिल गई और उप्र के मो.आशियान, स्वास्तिक चिकारा और ऋतुराज शर्मा पवेलियन लौट चुके हैं। दूसरी पारी में उप्र ने 30 ओवर खेलकर तीन विकेट पर 92 रन बनाए हैं। उत्तर प्रदेश को यह मैच जीतने के लिए अभी 177 रन चाहिए और कर्नाटक को जीत के लिए सात विकेट लेने होंगे। उप्र की ओर से आदर्श सिंह 38 रन और शुभम मिश्रा दो रन पर खेल रहे हैं। दोनों टीमों के पास बुधवार पूरे दिन का समय है। हालांकि पहला सत्र ही निर्णायक होने की उम्मीद है। सुबह के पहले घंटे में पिच गेंदबाजों की मदद करती है जिसमें कर्नाटक उप्र के कुछ और विकेट झटकने की कोशिश करेगी। वहीं उप्र के खिलाड़ी यदि पहले दो घंटे जमकर खेल सके तो मैच का रुख अपनी ओर मोड़ सकते हैं।
अच्छी शुरुआत के बाद लड़खड़ाया कर्नाटक
दूसरी पारी में सोमवार को ही दो विकेट खोने के बाद मंगलवार को कर्नाटक टीम ने अच्छी शुरुआत की। 25वें ओवर में मेरठ के विजय कुमार की गेंद पर कर्नाटक के अनीश्वर गौतम को 42 रन पर मेरठ के ही शुभम मिश्रा ने लपक लिया। अनीश्वर के साथ 42 रनों की साझेदारी खेलने वाले कार्तिकेय केपी ने हर्शिल के साथ पारी संभाली और 100 गेंदों पर 69 रनों की साझेदारी की। इसी समय उप्र के कार्तिक यादव की गेंद पर ऋतुराज शर्मा ने कार्तिकेय को स्लिप पर कैच कर लिया। इससे पहले ऋतुराज एक बार कार्तिकेय का कैच उसी जगह पर छोड़ चुके थे। 53 रन पर आउट हुए कार्तिकेय के बाद कर्नाटक टीम के खिलाड़ियों ने संभल कर खेलने की कोशिश की लेकिन उप्र के कार्तिक यादव और शुभम मिश्रा की आफ स्पिन और नमन तिवारी की तेज गेंदों का शिकार बनते गए।
कार्तिक ने जमने की कोशिश कर रहे कर्नाटक के ध्रुव प्रभाकर को एलबीडब्ल्यू कर दिया। भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार रहे राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ दूसरी पारी में भी कोई कमाल नहीं कर सके और महज चार रनों पर आउट हो गए। उप्र के तेज गेंदबाज नमन तिवारी की गेंद पर समित अपर कट मारने की कोशिश कर रहे थे कि गेंद बल्ले के एज पर लगकर सीधे विकेटकीपर के हाथ में पहुंच गई। इसके बाद शुभम ने संजय को बोल्ड कर दिया और कार्तिक दुबे की गेंद पर विकेट कीपर अक्षय दुबे ने शशि कुमार को स्टंप कर पवेलियन भेज दिया।
तीसरे दिन भी कर्नाटक ने लिए रोमांचक कैच
मैच में कर्नाटक के खिलाड़ियों ने चुस्त फील्डिंग के दौरान बेहद रोमांचक कैच भी लिए हैं। दूसरे दिन तीन कैच गिरते-गिरते पकड़ने के बाद मंगलवार को भी उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी कर्नाटक की चुस्त फील्डिंग का शिकार बने। दूसरी पारी में उप्र के ओपनर बल्लेबाज मो. आशियान को धनुष गौड़ा के पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर कार्तिकेय केपी ने स्लिप पर लकप लिया। उनके बाद स्वास्तिक चिकारा बल्लेबाजी करने उतरे लेकिन दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर महज एक रन बनाकर ध्रुव प्रभाकर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए।
उप्र की ओर से ऋतुराज शर्मा और आदर्श सिंह ने पारी संभाली और 80 रनों की साझेदारी की। समित रन भले नहीं बना सके लेकिन गेंदबाजी में उप्र को झटका जरूर दिया। मीडियम पेसर समित की गेंद पर उप्र के ऋतुराज शर्मा ने छक्का मारा था लेकिन बाउंड्री पर ध्रुव ने बाहर जाती गेंद को हवा में ही रोक कर पहले बाउंड्री के भीतर किया और दूसरे प्रयास में लकप लिया।
छात्राओं ने देखा मैच, खिलाड़ियों ने खूब लिए आटोग्राफ
भामाशाह पार्क में चल रहे मैच देखने के लिए मंगलवार को केके पब्लिक स्कूल सरधना की छात्राएं पहुंची। छात्राओं ने उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए यूपी की जीत के नारे भी लगाए। वहीं दूसरी ओर उप्र टीम में अपने पसंदीदा खिलाड़ियों का आटाग्राफ लेने की ललक क्रिकेट प्रशिक्षुओं में खूब दिखी।
मेरठ कालेज क्रिकेट एकेडमी के साथ ही अन्य क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षु खिलाड़ी मैदान पर पहुंचे और जब भी कोई खिलाड़ी बाउंड्री की तरफ आता तो उनके आटोग्राफ अपनी गेंद, बल्ले और टी-शर्ट पर ही ले लेते। स्वास्तिक चिकारा भी खूब आटोग्राफ दिए और बच्चों को खेल प्रशिक्षण में मन लगाने को प्रेरित किया।

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