Bulldozer Action: मेरठ के लिए सरकार ने तैयार कर लिया खास प्लान, अतिक्रमण हटाने का काम शुरू; घंटाघर तक गरजा बुलडोजर
मेरठ शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया। पहले दिन बच्चा पार्क से घंटाघर तक कार्रवाई हुई जिसमें दुकानों के बाहर बने स्लैब तोड़े गए। व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई और कुछ को समय दिया गया। अभियान के दौरान कई स्थानों पर जाम लगा।

जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ शहर के प्रयागराज की भांति इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट (एकीकृत विकास) के लिए 18 हजार करोड़ से अधिक राशि का प्लान तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री का निर्देश है कि प्लान पर काम से पहले शहर को अतिक्रमण और जाम से मुक्त कर लिया जाए।
इसी के तहत जिला प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों से उनके क्षेत्रों के अतिक्रमण और उसे हटाने की कार्ययोजना प्राप्त करके बुधवार से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया। पहले दिन नगर निगम क्षेत्र में बच्चा पार्क चौराहे से खैरनगर, छतरी वाले पीर से होते हुए घंटाघर तक अभियान चलाया गया।
इस दौरान प्रशासन, पुलिस और नगर निगम की टीम ने केवल दुकानों के बाहर नाले-नालियों पर बने स्लैब को ही तोड़ा। कई स्थानों पर व्यापारियों को खुद ही अतिक्रमण हटाने का समय दिया गया। खैरनगर से छतरी वाले पीर के बीच एक व्यापारी ने दुकान के बाहर नाले पर डाले गए स्लैब को तोड़ने का विरोध किया। जिसे पुलिस ने समझाया।
अतिक्रमण हटाओ अभियान को लेकर एक महीने से अधिक समय से जिलाधिकारी के नेतृत्व में कवायद चल रही है। जिलाधिकारी इसके लिए कई बार विभागों की बैठक ले चुके हैं। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआइ, सिंचाई, मेडा, आवास विकास समेत सभी विभागों से उनके क्षेत्रों के अतिक्रमण की सूचना प्राप्त करके उसे हटाने का प्लान मांगा गया था।

बुधवार को इस अभियान की शुरुआत नगर निगम क्षेत्र से हुई। निगम ने पांच प्रमुख मार्गों पर अतिक्रमण की जानकारी दी थी। पहले दिन बच्चा पार्क चौराहे से खैरनगर और छतरी वाला पीर होते हुए घंटाघर तक अभियान चलाया गया। एडीएम सिटी बृजेश सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट नवीन श्रीवास्तव के नेतृत्व में अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार सिंह, नगर निगम के प्रवर्तन दल, निगम के लेखपालों और संबंधित थाने की पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया।
व्यापारियों ने बाहर नहीं निकाला सामान
अतिक्रमण अभियान के लिए निगम ने पहले ही व्यापारियों को सूचना दे रखी थी। अतिक्रमण पर निशान लगाए थे व नोटिस जारी कर रखे थे। इसी कारण खैरनगर, जली कोठी रोड, छतरी वाले पीर से घंटाघर को जाने वाली अहमद रोड पर व्यापारियों ने दुकानों के बाहर सामान नहीं निकाला। जबकि सामान्य दिनों में इन दुकानों का सामान दस फीट तक सड़क पर फैला रहता है।
सिटी पोस्ट आफिस भवन से घंटाघर के बीच कपड़े की थोक दुकानों का सामान तो सड़क पर ही फैला रहता है। बुधवार को इन सभी व्यापारियों ने सामान बाहर नहीं निकाला। निगम की टीम ने बुलडोजर की मदद से दुकानों के बाहर नाले-नालियों पर बने स्लैब को तोड़ा। कुछ स्थानों पर सड़क किनारे रखे खोकों को उनके मालिक खुद उठाकर ले गए।
व्यापारी भिड़ा, कई स्थानों पर दिया समय
खैरनगर चौराहा से छतरी वाले पीर को जाने वाले रास्ते पर नाले के ऊपर स्लैब डालकर दुकान तक जाने का रास्ता बनाया गया था। जिसे तोड़ा जा रहा था। यहां एक व्यापारी टीम से भिड़ गया। पुलिस ने उन्हें समझाकर कार्रवाई पूरी कराई।
जिला अस्पताल के गेट के सामने कई दुकानों के अतिक्रमण को टीम ने समय देकर छोड़ दिया। इसी प्रकार घंटाघर के सामने स्थित पालिका मार्केट की दुकानों का भी रास्ते की आठ से दस मीटर चौड़ी पट्टी पर कब्जा मिला। जिसे हटाने के लिए व्यापारियों को समय देकर छोड़ दिया गया।
निगम ने नाला पाटा तो ठीक, रास्ता बनाया तो व्यापारी गलत
अतिक्रमण अभियान के दौरान निगम की टीम द्वारा व्यापारियों की दुकानों के बाहर नाले-नालियों पर डाले गए स्लैब को गलत बताकर तोड़ा गया। जबकि निगम ने खुद छतरी वाले पीर से लेकर घंटाघर और उससे आगे भी कोटला वाले नाले को पाटकर उसके ऊपर सड़क बना दी गई है। जिसके बाद नाले की सफाई का भी स्थान नहीं बचा है। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि निगम करे तो ठीक, व्यापारियों ने रास्ता बनाया तो गलत।
अभियान के दौरान लगा जाम
अतिक्रमण अभियान के दौरान कई स्थानों पर जाम लगा। संयुक्त टीम के वाहनों के काफिले और भीड़भाड़ के चलते सामान्य यातायात को निकलने की जगह नहीं मिली। कार्रवाई के दौरान छतरी वाले पीर, जिला अस्पताल, खैरनगर, घंटाघर के पास बार-बार जाम लगता रहा।
आज हापुड़ अड्डा से लिसाड़ी गेट चौराहे तक चलेगा अभियान
अभियान के दूसरे दिन हापुड़ अड्डा चौराहा से लिसाड़ी गेट चौराहा तक सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण हटाया जाएगा।
पूरे शहर से अतिक्रमण को हटाया जाना है। पहले दिन कुछ अतिक्रमण हटाया गया है। बड़े मामलों में एक दिन का समय दिया गया है। पालिका मार्केट के व्यापारियों का कहना था कि ऊपर का छज्जा कमजोर है। नीचे से निर्माण हटाया तो वह गिर जाएगा। उन्हें भी एक दिन का समय दिया गया है। अभियान लगातार सख्ती के साथ चलेगा। -बृजेश सिंह, एडीएम सिटी

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