अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन के गिरोह में पिता व साथी भी...कसा जा रहा शिकंजा
अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक पर पुलिस का शिकंजा कस रहा है। लिसाड़ीगेट पुलिस ने अलाउद्दीन के गिरोह को पंजीकृत करने की तैयारी कर ली है, जिसमें उसके पिता और साथी शामिल होंगे। अलाउद्दीन पर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल समेत कई राज्यों में साइबर ठगी के आरोप हैं। वह जनधन योजना के नाम पर भी लोगों को ठगता था। पुलिस ने उसके कई साथियों को गिरफ्तार किया है।

अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक पर पुलिस का शिकंजा कस रहा है। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, मेरठ। अंतरराज्यीय साइबर ठग अलाउद्दीन मलिक पर बड़ा शिकंजा कसने जा रहा है। लिसाड़ी गेट पुलिस ने अलाउद्दीन का गिरोह बना लिया है, जल्द ही उसे पंजीकृत कराया जाएगा। अलाउद्दीन के गिरोह में उसके पिता और साथियों को रखा है। बताया जाता है कि अलाउद्दीन को महाराष्ट्र और बंगाल पुलिस भी बी वारंट पर ले जाएगी। उसके खिलाफ उक्त राज्यों में भी साइबर ठगी के मुकदमे मिले हैं।
लिसाड़ी गेट, लालकुर्ती और साइबर थाने में दर्ज मुकदमों में पुलिस ने चार्जशीट भी तैयार कर ली है। भाजपा से जुड़े अय्यूब मलिक निवासी रेजीडेंसी बिजली बंबा बाईपास का बेटा अलाउद्दीन मलिक दुबई में बैठकर उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, बंगाल, कर्नाटक, ओडिशा, झारखंड और दिल्ली राज्य के कई शहरों में लोगों से करोड़ों की साइबर ठगी कर चुका है।
जून में पुलिस ने अलाउद्दीन के साथी वकार निवासी अहमद नगर लक्खीपुरा, शाहरुख निवासी सुहेल गार्डन मिलन पैलेस, मोनू निवासी अहमद नगर और समीर निवासी अहमद नगर को जेल भेजा था। उनसे 36 एटीएम कार्ड, 27 बैंक पासबुक, 16 सिम कार्ड, तीन चेक बुक, 10 मोबाइल बरामद हुए थे।
अय्यूब की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। 30 जुलाई को अलाउद्दीन और उसके साथी सोनू निवासी पहाड़पुर मवाना को भी जेल भेजा था। राजस्थान, महाराष्ट्र और बंगाल में दर्ज मुकदमों में अलाउद्दीन वांछित है। जयपुर पुलिस अलाउद्दीन को बी वारंट पर ले गई थी। पूछताछ में सामने आया कि अलाउद्दीन अपने पिता अय्यूब और साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री जनधन योजना के नाम पर 15 हजार रुपये प्रतिमाह मिलने का लालच देकर खाते खुलवाता था। लिसाड़ी गेट इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि अलाउद्दीन के गिरोह को पंजीकृत कराया जाएगा।

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