आतंक का "डाक्टर माड्यूल" रडार पर, कश्मीरी छात्रों में तलाशा जा रहा क्लू...इन संस्थाओं पर टिकी खुफिया एजेंसियों की निगाहें
मेरठ जोन में पढ़ रहे लगभग 600 कश्मीरी छात्रों में 'डॉक्टर मॉड्यूल' का क्लू तलाशा जा रहा है। एलआईयू और पुलिस की टीमें सत्यापन कर रही हैं। मेरठ के विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे 150 छात्रों पर भी नजर रखी जा रही है। पूर्व में भी कश्मीरी छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो चुका है। पुलिस प्रशासन छात्रों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहा है और कॉलेजों से सहयोग ले रहा है।

बेगमपुल पर हाईअलर्ट को लेकर चेकिंग करती पुलिस। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। देश विरोधी एवं आतंकी गतिविधियों में संलिप्त "डाक्टर माड्यूल" का क्लू जोन में पढ़ रहे करीब 600 कश्मीरी छात्रों में भी तलाशा जा रहा है। एलआइयू और पुलिस की टीम इनका सत्यापन करने में जुटी है। मेरठ में 150 कश्मीरी छात्र पढ़ रहे हैं। एलआइयू और इंटेलीजेंस की जांच में अभी तक कोई भी छात्र देश विरोधी गतिविधि में शामिल नहीं पाया गया है। पहले यहां पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ था। दिल्ली धमाके के बाद आतंक का डाक्टर माड्यूल सामने आया है।
प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित होने के बाद वेस्ट यूपी में मेरठ जोन को अतिसंवेदनशील माना गया है। ऐसे में जोन में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों का खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर पुलिस सत्यापन कर रही है। मेरठ में 150 कश्मीरी सुभारती और शोभित यूनिवर्सिटी समेत विभिन्न कालेजों में पढ़ाई कर रहे हैं। इन छात्रों का सत्यापन किया जा रहा है। अभी तक आधे से अधिक का सत्यापन हो चुका है। दो मार्च 2014 को सुभारती के कुलसचिव पीके गर्ग की शिकायत पर कश्मीरी छात्रों के खिलाफ देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का मुकदमा दर्ज किया गया था।
एशिया कप में पाकिस्तान की जीत के बाद सुभारती के हास्टल में रहने वाले कश्मीरी छात्रों ने देश विरोधी नारे लगाए थे। 67 छात्रों को निष्कासित किया गया था। बाद में सरकार के मुकदमा वापस लेने पर छात्रों की पढ़ाई पूरी हो पाई थी। 2017 में कालका डेंटल कालेज में चैंपियन ट्राफी के फाइनल मैच में पाकिस्तान की जीत पर इस कालेज में कश्मीरी छात्रों ने जश्न मनाया और देश विरोधी नारे लगाए थे। उक्त मामला इंटरनेट मीडिया पर भी प्रसारित हुआ था।
विश्वविद्यालय एवं कालेज प्रशासन से जानकारी जुटाई जा रही है
कश्मीरी और अन्य बाहरी छात्रों के सत्यापन में इंटेलीजेंस, एलआइयू और स्थानीय पुलिस को लगाया है। इनकी गतिविधियों के बारे में भी विश्वविद्यालय एवं कालेज प्रशासन से जानकारी जुटाई जा रही है। अभी तक किसी की भी देश विरोधी गतिविधियों का प्रमाण नहीं मिला है। छुट्टी पर गए छात्रों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। -डा. विपिन ताडा, एसएसपी

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