Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    UP News: नेपाल में फंसे मेरठ के दस व्यापारी, स्‍वदेश लौटने में यह है समस्‍या, स्‍वजन ने लगाई भारत सरकार से गुहार

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 06:00 AM (IST)

    Meerut News मेरठ के मवाना कस्बे के दस कपड़ा व्यापारी नेपाल के काठमांडू में कर्फ्यू लगने के कारण फंस गए हैं। उनके परिवार वाले चिंतित हैं और भारत सरकार से उनकी सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे हैं। मोबाइल नेटवर्क बाधित होने से संपर्क भी मुश्किल हो गया है।

    Hero Image
    नेपाल में हुए प्रदर्शन का फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मवाना (मेरठ)। नेपाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद हालात खराब हैं। राजधानी काठमांडू में मवाना के दस युवक भी कर्फ्यू में फंस गए है। इसे लेकर परिवार के लोग चितिंत है। उन्होंने भारत सरकार से सभी युवकों को सकुशल वापस लाने की मांग की है। उक्त युवक काठमांडू में कपड़े का कारोबार करते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेपाल में मोहल्ला तिहाई निवासी बाबू उर्फ जुगनू, बिट्टू पुत्र निसार, राशू पुत्र मुशर्रफ अली, सईम, राजा, बाबू, तकी, महेंदी, गय्यूर, नसर और राशिब आदि 10 युवक फंसे हुए हैं। यूसुफ भी नेपाल बॉर्डर पर है। उनके बेटे वाजिद ने मोबाइल पर यूसुफ का फोटो दिखाते हुए बताया कि वह नतनवा बार्डर के पास फंसे हुए हैं। वहां वह पेंटर है। सभी बार्डर बंद कर दिए गए हैं इस कारण वह वहां से निकल भी नहीं कर पा रहे हैं। बिट्टू के परिजनों ने बताया कि उनकी कल ही बात हुई है और वह किसी स्थान पर सकुशल है और जल्दी हालत सुधारने पर भारत और लौट आएंगे।

    युवकों के स्वजन अपने बच्चों को लेकर चिंतित है। कुछ युवकों से उनकी बुधवार को बात भी हुई है जिन्होंने अपने आपको सकुशल बताया है तथा सुरक्षित स्थान पर होने की जानकारी दी हैं। नेपाल में पिछले एक दशक से भी अधिक समय से नगर के मोहल्ला तिहाई से काफी संख्या में युवक अलग-अलग कार्य करते हैं।  कुछ युवकों के परिजन ने बताया कि कई दिन से बच्चों से स्वजन का संपर्क नहीं हो रहा पा रहा था। 

    मोबाइल नेटवर्क बाधित 

    गुरुवार को नेपाल का मोबाइल नेटवर्क पूरे दिन बाधित रहा। जिसके चलते स्वजन की फोन पर बातें नहीं हुई। हालांकि युसूफ के बटे के साथ-साथ बिट्टू के स्वजन ने बताया कि बातचीत में उन्होंने बताया कि यहां पर बहुत ही तनाव है। उन्होंने नेपाल से निकलने का भी प्रयास किया लेकिन किसी को भी आने जाने की इजाजत नहीं दी जा रही। वहां आर्मी तैनात है।