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    Meerut News: मानसून की पहली ही बरसात में बिजली व्यवस्था धड़ाम, पानी को भी तरसते रहे लोग

    Updated: Tue, 01 Jul 2025 02:05 PM (IST)

    मेरठ में मानसून की पहली बारिश से बिजली आपूर्ति चरमरा गई जिससे लोग पानी के लिए तरस गए। सूरजकुंड रोड और रामलीला मैदान उपकेंद्र में पेड़ गिरने से कई इलाकों में 12 से 17 घंटे तक बिजली गुल रही। रामलीला मैदान के चंद्रलोक फीडर से जुड़े क्षेत्रों में सुबह पानी की समस्या हुई। सूरजकुंड तिराहे के पास पेड़ की टहनियां गिरने से भी आपूर्ति बाधित रही।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ: मानसून की पहली बरसात में जनपद बिजली आपूर्ति व्यवस्था धड़ाम हो गई। बिजली नहीं होने से लोग 12 से 17 घंटे तक पानी के लिए भी तरसते रहे। दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो गई। सूरजकुंड रोड और रामलीला मैदान उपकेंद्र के चंद्र लोक फीडर की लाइन पर पेड़ गिरने से रातभर बिजली नहीं रही।

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    नई बस्ती में मुख्य लाइन पर पेड़ गिर गया। रामलीला मैदान के चंद्रलोक फीडर से विश्व एन्क्लेव, देवलोक आदि कालोनियों में बिजली आपूर्ति होती है। रविवार रात साढ़े 11 बजे जोरदार बरसात से पेड़ इस फीडर की लाइन पर गिर पड़ा। जिससे उक्त क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई।

    सुबह जब लोग उठे तो पानी भी नहीं मिला। कामकाज पर जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में इंसुलेटर पंक्चर होने के कारण आपूर्ति बाधित हुई। सोमवार को दोपहर 12 बजे यहां बिजली आई। सूरजकुंड तिराहे के पास पशु अस्पताल में शीशम के पेड़ की टहनियां पिछले कई माह से बिजली के तारों पर लटक रही हैं।

    यहां के दुकानदार शुभम बंसल ने बताया कि हर जगह टहनियों की छंटाई के नाम पर कई-कई घंटे का शटडाउन लिया जाता है। लेकिन मुख्य मार्ग पर पेड़ झुका होने के बावजूद बिजली कर्मियों का ध्यान इस ओर नहीं गया। रविवार रात बरसात में 33 केवी लाइन पर पेड़ की मोटी शाखा गिर गई। यहां भी सोमवार ढाई बजे तक आपूर्ति बाधित रही।

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