प्रापर्टी डीलर ने आखिर क्यों छोड़ा मेरठ!...कई प्रश्न खड़े कर रही अराजकता
मेरठ में एक प्रॉपर्टी डीलर मनीष शर्मा, ट्रांसपोर्टर सुभाष शर्मा की दहशत के कारण अपने परिवार के साथ शहर छोड़ने को मजबूर हो गया। सुभाष शर्मा पर जानलेवा हमले का आरोप है और पुलिस की ढिलाई के कारण वह हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगवाने में सफल रहा। पुलिस ने फरार प्रदीप बैंसला पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है।

मेरठ में एक प्रॉपर्टी डीलर मनीष शर्मा, ट्रांसपोर्टर सुभाष शर्मा की दहशत के कारण अपने परिवार के साथ शहर छोड़ने को मजबूर हो गया। (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, मेरठ। शहर के ब्रह्मपुरी सर्किल में फैली अराजकता कई प्रश्न खड़े कर रही है। जानलेवा हमले के आरोपित ट्रांसपोर्टर सुभाष शर्मा पर कार्रवाई न होने से दहशत में आए पीड़ित प्रापर्टी डीलर ने परिवार संग शहर छोड़ दिया। ट्रांसपोर्टर हाईकोर्ट से गिरफ्तारी स्टे लेने में कामयाब हो गया। फरार चल रहे उसके साथी प्रदीप बैंसला पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया।
बता दें कि उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू के नाम वन क्षेत्र की जमीन कराने के मामले में भी ट्रांसपोर्टर सुभाष शर्मा को आरोपित बनाया था। उसकी तलाश में देहरादून पुलिस लगातार दबिश डाल रही थी। सात सितंबर की रात को शताब्दी नगर स्थित जलवायु टावर निवासी प्रापर्टी डीलर मनीष शर्मा कार से घर जा रहे थे। जब वह घोपला रोड से कूड़े वाले रास्ते पर पहुंचे तो कार सवार हमलावरों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी।
मनीष शर्मा की गाड़ी में तीन गोली लगी थी। मनीष ने ट्रांसपोर्टर सुभाष शर्मा निवासी पंचवटी कालोनी थाना परतापुर और उसके दो साथियों को नामजद किया था। पुलिस की विवेचना में सामने आया कि सुभाष शर्मा के भाई सुंदर शर्मा पुत्र खुशीराम शर्मा निवासी पंचवटी कालोनी, प्रथम शर्मा मेलफेयर कालोनी बागपत रोड टीपीनगर, आशीष उर्फ आशू निवासी गुर्जर चौक रिठानी, सचिन शर्मा निवासी पंचवटी कालोनी और सूरज निवासी ग्राम खेड़ा बलरामपुर और प्रदीप बैंसला का नाम फायरिंग की घटना में सामने आया था।
पुलिस ने पांच आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया, जो जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आ चुके हैं। अभी तक सुभाष शर्मा और प्रदीप बैंसला को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। प्रदीप बैंसला पर एसएसपी की तरफ से 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया। तब भी पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही है। सुभाष शर्मा और उसके साथियों की दहशत के चलते प्रापर्टी डीलर मनीष शर्मा अपने परिवार के संग शहर छोड़कर चले गए। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह का कहना है कि मनीष शर्मा पर भी पांच मुकदमे दर्ज हैं। उसकी हिस्ट्रीशीट खोलने को फाइल तैयार की गई थी। इसलिए वह परिवार के साथ अपना सामान शिफ्ट कर किसी दूसरे शहर में चला गया।
पुलिस ने मुकदमे में चार्जशीट भी तैयार की
शताब्दीनगर में फायरिंग की घटना में पांच आरोपित जेल जा चुके हैं। दो अभी फरार चल रहे हैं। आरोपित ट्रांसपोर्टर ने आरोप पत्र दाखिल नहीं होने तक गिरफ्तारी स्टे ले लिया है। दूसरे फरार आरोपित पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। पुलिस ने मुकदमे में चार्जशीट भी तैयार कर ली है। जल्द ही उसे कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा। फरार आरोपित की धरपकड़ को दबिश डाली जा रही है। -आयुष विक्रम सिंह, एसपी सिटी

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