मीरजापुर में फिर बाढ़ का खतरा! 3 CM प्रति घंटे की दर से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, 300 गांव प्रभावित
मीरजापुर में गंगा का जलस्तर 3 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है जो खतरे के निशान से कुछ ही मीटर नीचे है। यमुना नदी में भारी वर्षा के कारण गंगा में जलस्तर बढ़ रहा है। किसानों को फसलों के डूबने की चिंता सता रही है। अनुमान है कि जलस्तर अभी और बढ़ेगा जिससे तटवर्ती इलाकों में पानी घुस सकता है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। जिले में तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटे की दर से बढ़ रहे पानी के चलते शनिवार की दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 74.740 मीटर पहुंच गया। जो चेतावनी बिंदु 76.724 से दो मीटर नीचे है। वहीं खतरे के निशान 77.724 मीटर से तीन मीटर पानी बह रहा है। पानी का बढ़ाव इसी तरह से रहा तो देर रात तक 75 मीटर के ऊपर गंगा का जलस्तर पहुंच जाएगा।
मध्य प्रदेश व दिल्ली में हुई भारी वर्षा के चलते यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। ऐसे में उसका पानी गंगा में आने लगा है। जिससे यहां के जलस्तर में भी बढ़ोतरी होने लगी है। पिछले दो दिनों से लगातार गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है।
इससे एक बार फिर तटवर्ती इलाके में रहने वाले किसानों की फसलें डूबने की आशंका जताई जा रही है। एक दो दिन तक पानी का बढ़ाव इसी तरह से जारी रहा तो तीसरी बार चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर को गंगा का जलस्तर पार करेगा।
अभी तक वर्ष 2025 में चार अगस्त को सबसे अधिक गंगा का जलस्तर 78.460 मीटर दर्ज किया गया है। इस दौरान चुनार व सदर तहसील के 300 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे। वहीं पांच हजार से अधिक बीघे की फसल डूबकर नष्ट हो गई थी। बताया गया कि अभी दो से तीन दिन और गंगा का पानी बढ़ेगा।
ऐसे में चेतावनी बिंद के करीब या पार जलस्तर कर सकता है। फिलहाल अभी जलस्तर गंगा किनारे पहुंच गया है। पानी बढ़ने का रफ्तार यहीं रहा तो रविवार की शाम तक कोन ब्लाक के हरसिंहपुर व मल्लेपुर के सिवान में पानी घुसने लगेगा।
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