मीरजापुर में नेशनल हाईवे पर प्रसूता को उतार भागे एंबुलेंस कर्मी, कीचड़ सनी जमीन पर जन्मी बेटी
मीरजापुर में एक शर्मनाक घटना सामने आई, जहाँ एम्बुलेंस कर्मियों ने एक गर्भवती महिला को नेशनल हाईवे पर उतार दिया। महिला को कीचड़ से सनी जमीन पर बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर होना पड़ा। स्थानीय लोगों ने मदद की और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

महिला को 102 नंबर एंबुलेंस के कर्मी सोमवार की रात नेशनल हाइवे 135 पर छोड़कर फरार हो गए।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को 102 नंबर एंबुलेंस के कर्मी सोमवार की रात नेशनल हाइवे 135 पर छोड़कर फरार हो गए। स्वजन महिला को नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरौंधा में ले जाने लगे तो उसने अस्पताल परिसर में कीचड़ सनी जमीन पर बेटी को जन्म दे दिया।
। प्रसूता के पति ने कार्य में लापरवाही बरतने वाले एंबुलेंस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है।
लालगंज थाना क्षेत्र के कोठी खुर्द गांव निवासी अतीक अहमद की पत्नी अरवी बानो को सोमवार की रात प्रसव पीड़ा शुरू होने पर पति अतीक अहमद ने 102 एंबुलेंस सेवा पर फोन किया तो घर पर 102 एंबुलेंस पहुंची और गर्भवती महिला को लेकर न्यू पीएचसी बरौंधा के लिए रवाना हुई।
प्रसूता के पति अतीक अहमद ने आरोप लगाया कि एंबुलेंस कर्मी गर्भवती पत्नी को डेढ़ घंटे में अस्पताल पहुंचाए जबकि दूरी के हिसाब से आधे घंटे के भीतर अस्पताल पहुंच जाना चाहिए था। एंबुलेंस कर्मी न्यू पीएचसी बरौंधा के गेट के सामने नेशनल हाईवे पर प्रसव पीड़ा से कराह रही पत्नी को गंभीर हालत में उतार दिए।
अस्पताल के भीतर पत्नी को ले जाते समय अस्पताल परिसर के सामने जमीन पर कीचड़ में पत्नी ने बेटी को जन्म दे दिया।अस्पताल के बाहर जमीन पर प्रसव होने की जानकारी होने पर अस्पताल में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने आनन-फानन में जच्चा बच्चा को अस्पताल में भर्ती किया। इस संबंध में प्रभारी चिकित्साधिकारी हलिया डा. अवधेश कुमार ने बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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