मीरजापुर में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के पैतृक गांव ओड़ी में दोबारा पहुंच गया बाढ़ का पानी
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के पैतृक गांव ओड़ी की अनुसूचित बस्ती में भारी बारिश के कारण बाढ़ का पानी फिर घुस गया है। अहरौरा जरगो और डोंगिया जलाशयों के गेट खुलने से पानी भर गया है। गांव में पीने के पानी और खाद्य सामग्री की समस्या हो गई है।

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। हाल ही में हुई रिकार्ड बारिश के कारण उत्तर प्रदेश सरकार में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह के पैतृक गांव ओड़ी की अनुसूचित बस्ती में एक बार फिर बाढ़ का पानी घुस गया है।
इससे स्थानीय निवासियों को पीने के पानी और अन्य आवश्यक सामान को सुरक्षित रखने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। यह बाढ़ का पानी तीन जलाशयों अहरौरा, जरगो और डोंगिया के कई गेट खुलने के कारण आया है। उल्लेखनीय है कि लगभग 10 दिन पहले भी बाढ़ का पानी मंत्री के गांव समेत 80 गांवों में पहुंच चुका था।
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स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की कोशिश की है, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। गांव के निवासी चिंतित हैं कि यदि बारिश का सिलसिला जारी रहा, तो बाढ़ का पानी और अधिक बढ़ सकता है। गांव में पानी भर जाने से न केवल पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हुई है, बल्कि खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं को भी खतरा उत्पन्न हो गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ के कारण उनकी दैनिक जीवनशैली प्रभावित हो रही है। कई परिवारों को अपने घरों से सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है। प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए टीमों को तैनात किया है, लेकिन बाढ़ की तीव्रता के कारण राहत कार्यों में बाधा आ रही है। गांव के प्रधान ने बताया कि वे लगातार प्रशासन के संपर्क में हैं और राहत सामग्री की मांग कर रहे हैं।
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वहीं दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनकी मदद के लिए तत्पर है। प्रशासन ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज किया जाएगा और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
गांव के लोग हालांकि सरकारी प्रयासों को नाकाफी बता रहे हैं। लोगों ने सुझाव दिया कि जल निकासी की व्यवस्था को सुधारने और बाढ़ सुरक्षा उपायों को लागू करने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।ओड़ी गांव में बाढ़ की समस्या ने न केवल स्थानीय निवासियों की जीवनशैली को प्रभावित किया है, बल्कि यह एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। प्रशासन और सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोगों को राहत मिल सके और भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।
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