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    हिंदू कॉलेज मुरादाबाद: PHD शोधार्थी ने प्रोफेसर पर लगाया ₹1.20 लाख के 'आर्थिक शोषण' का आरोप

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 03:10 PM (IST)

    हिंदू कॉलेज मुरादाबाद के एक PHD छात्र ने अपने ही हमनाम प्रोफेसर पर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर और शोध प्रक्रिया के नाम पर ₹1.20 लाख ऐंठने का गंभीर आरोप लगाया। शिकायत के बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले की जाँच शुरू कर दी है, जिससे विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठे हैं।

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    प्रतीकात्‍मक च‍ित्र

    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। हिंदू कालेज में एक पीएचडी शोधार्थी ने भूगोल विभाग के एक प्रोफेसर पर आर्थिक धोखाधड़ी और मानसिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। चंदौसी के महानंदन पुराम कालोनी निवासी छात्र श्याम सिंह ने प्राचार्य को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि वर्ष 2018 में शोध कार्य शुरू होने के बाद उसे एक शिक्षक ने उसके पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर) के नाम पर करीब एक लाख 20 हजार रुपये की राशि किस्तों में ली।

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    श्याम सिंह का कहना है कि आर्थिक शोषण करने वाले प्रो. मेरे ही हमनाम भूगोल विभाग के प्रो. श्याम सिंह हैं। छात्र ने शिकायती पत्र में कहा है कि शोध प्रक्रिया सुचारू रखने और आवश्यक प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराने के लिए यह राशि देना आवश्यक बताते हुए समय-समय पर 10 हजार से 20-20 हजार रुपये लिए।

    बता दें कि छह महीने पहले शिक्षा विभाग में भी एक शोधार्थी ने रिश्वत के आरोप लगाए थे, जिसके बाद कालेज प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे थे। वर्तमान मामला सामने आने के बाद विभागीय कार्यशैली फिर चर्चा में है। शोधार्थी का आरोप है कि संबंधित शिक्षक उसे वास्तविक पर्यवेक्षक प्रो. संजय शर्मा से मिलने नहीं देते थे, जिससे उसे किसी भी तरह की गड़बड़ी का संदेह नहीं हुआ।

    छात्र का कहना है कि जब बाद में उसने सीधे पर्यवेक्षक से बातचीत की, तब पूरी स्थिति स्पष्ट हुई। प्रो. संजय शर्मा ने बताया कि जब शोध मेरे अधीन हो रहा था तो किसी अन्य शिक्षक से संपर्क की आवश्यकता ही नहीं थी। छात्र जब मेरे पास आया वह परेशान था। उसकी पीएचडी में कोई बाधा नहीं आने दी गई। उसकी पीएचडी प्री सबमिशन हो चुका है और अवार्ड की प्रक्रिया जारी है।

    कुछ महीनों में उसकी पीएचडी अवार्ड हो जाएगी। मामला मेरे नाम पर आर्थिक शोषण का है, इससे छात्र की पीएचडी अवार्ड होने से कोई लेना देना नहीं है। वह मेरी देखरेख में अपना शोध कार्य ठीक से पूरा कर रहा है। उधर, प्रो.श्याम सिंह का कहना है कि वह शिकायत पत्र देखने के बाद ही अपना जवाब देंगे। इससे पहले कुछ नहीं कह सकते।

     

    छात्र का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है लेकिन, अभी किसी प्रकार का साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया है। छात्र और संबंधित शिक्षक दोनों से जवाब लिया जाएगा, उसके बाद ही जांच आगे बढ़ेगी। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    - प्रो. एसएस रावत, प्राचार्य हिंदू कालेज


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