Moradabad पुलिस अंधेरे में चलाती रही तीर, खनन माफिया पीलीभीत से गिरफ्तार, 50 हजार का था इनाम
Moradabad Mining Mafia Arrested in Pilibhit मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के गोपीवाला गांव के 50 हजार रुपये के इनामी खनन माफिया आबिद हुसैन को पकड़ने के लिए मुरादाबाद पुलिस की टीमें अंधेरे में हाथ-पैर मारती रहीं और बरेली एसटीएफ ने उसे पकड़ लिया।

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad Mining Mafia Arrested in Pilibhit : मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के गोपीवाला गांव के 50 हजार रुपये के इनामी खनन माफिया आबिद हुसैन को पकड़ने के लिए मुरादाबाद पुलिस की टीमें अंधेरे में हाथ-पैर मारती रहीं और बरेली एसटीएफ ने उसे पकड़ लिया।
खनन के वाहन छुड़ाकर ले गया था माफिया
सोमवार को बरेली एसटीएफ ने आरोपित को पीलीभीत के न्यूरिया कस्बे से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित उपजिलाधिकारी की मौजूदगी में दबंगई दिखाकर अपने डम्फरों को छुड़ाकर ले गया था। आरोपित ने पूछताछ में एसटीएफ को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
खनन माफिया पर घोषित था 50 हजार रुपये का इनाम
एसटीएफ की बरेली इकाई के प्रभारी इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह ने बताया कि आबिद हुसैन के खिलाफ थाना ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) में अवैध खनन के मामले में अभियोग पंजीकृत हुआ था। खान-खनिज विकास अधिनियम व तीन लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम में वांछित अभियुक्त आबिद हुसैन की गिरफ्तारी करने पर 50 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित कर दिया गया था। पुलिस की टीमें आरोपित को तलाश रही थीं।
पीलीभीत में बेटी के पास छुपा था माफिया
एसटीएफ बरेली की टीम ने भी आरोपित को पकड़ने के लिए काम शुरू कर दिया। इस दौरान पता लगा कि आबिद की बेटी मदरसा गुलशने फातिमा, थाना न्यूरिया, पीलीभीत में पढ़ती है। आरोपित पिछले कई दिन से बेटी के पास ही छिपा हुआ है। उसकी अन्य रिश्तेदारियां भी पीलीभीत में हैं, वह वहां भी चला जाता है।
एसटीएफ ने मदरसे के पास से किया गिरफ्तार
पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ धर्मेश कुमार शाही के निर्देशन में टीम ने आरोपित को मदरसे के पास से गिरफ्तार कर लिया। टीम में उप निरीक्षक मोअज्जम अली खां, मुख्य आरक्षी संदीप, नितिन, शिवओम पाठक, कांस्टेबिल राहुल कुमार शामिल रहे। आरोपित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके न्यायालय में पेश करके उसे जेल भिजवा दिया गया है।
एसडीएम की मौजूदगी में छुड़ा ले गया था डंफर
पूछताछ में अभियुक्त आबिद ने बताया कि मेरे पास तीन डंफर है, जिसका प्रयोग अवैध खनन में करता था। उपजिलाधिकारी, ठाकुरद्वारा व जिला खनन अधिकारी द्वारा कई बार मेरे डंफरों को अवैध खनन में प्रयोग होने पर बंद किया था। 13 सितंबर को भी अधिकारियों द्वारा अवैध खनन की सूचना पर डंफरों की चेकिंग के दौरान मेरे डंफरों को अवैध खनन में पाए जाने पर पकड़ लिया था। अपने साथियों के साथ मिलकर पकड़े गये डंफरों को उनके कब्जे से छुड़ाकर मौके से फरार हो गया।

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