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    मुरादाबाद में बनेंगी 4 हेल्प डेस्क, नोएडा-गाजियाबाद और सहारनपुर में 15 नवंबर से लागू होगा अर्बन रिस्ट्रक्चर प्लान

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 05:39 PM (IST)

    मुरादाबाद में 4 हेल्प डेस्क स्थापित करने की योजना है। नोएडा, गाजियाबाद और सहारनपुर में अर्बन रिस्ट्रक्चर प्लान 15 नवंबर से लागू होगा। यह योजना शहरी विकास को बढ़ावा देगी और नागरिकों को सहायता प्रदान करेगी। हेल्प डेस्क के माध्यम से लोगों को योजना की जानकारी मिलेगी।

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    जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक रवीश गुप्ता ने शुक्रवार को मुख्य अभियंता में अर्बन रिस्ट्रक्चर प्लान को लेकर समीक्षा बैठक की। 15 नवंबर से नोएडा, गाजियाबाद, सहारनपुर और मुरादाबाद के शहरी क्षेत्रों में लागू होगी। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य उपभोक्ताओं को ट्रिपिंग-फ्री, निर्बाध, गुणवत्तापूर्ण और पारदर्शी विद्युत आपूर्ति उपलब्ध कराना है।

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    प्रबन्ध निदेशक ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि उपभोक्ताओं की शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। किसी भी स्थिति में उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति से सम्बंधित अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा उपभोक्ता सेवा प्रणाली उत्कृष्ट, उत्तरदायी और पारदर्शी होनी चाहिए।

    गुणवत्तापूर्ण सेवा सुनिश्चित करना प्राथमिक उद्देश्य

    हर उपभोक्ता को समय पर गुणवत्तापूर्ण सेवा सुनिश्चित हो, यह हमारा प्राथमिक दायित्व है। मुख्य अभियंता मुरादाबाद अशोक कुमार चौरसिया ने बताया कि मुरादाबाद क्षेत्र में एटी एंड सी हानियों में कमी आई है तथा राजस्व संग्रह में सुधार हुआ है। साथ ही स्मार्ट सिटी योजना में स्मार्ट मीटर लगाने के कार्य में तेजी लाई जा रही है। अर्बन रिस्ट्रक्चर प्लान के तहत मुरादाबाद शहर में चार हेल्प डेस्क स्थापित किए जा रहे हैं।

    बुद्धि विहार, दौलतबाग, सीतापुरी, जीआईसी यह हेल्प डेस्क उपभोक्ताओं की शिकायतें दर्ज कर उन्हें मौके पर फील्ड टीमों के समन्वय से त्वरित रूप से निस्तारित करेंगे। प्रत्येक हेल्प डेस्क पर नोडल अधिकारी एवं निर्धारित मोबाइल नंबर के माध्यम से सेवा उपलब्ध रहेगी।

    निरीक्षण में तत्काल शिकायत निस्तारण

    प्रबन्ध निदेशक ने 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र बुद्धि विहार में स्थापित हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया। इस दौरान केंद्र पर आए उपभोक्ता नन्द किशोर शर्मा से उन्होंने बातचीत की और उनकी आनलाइन बिल जमा करने में आ रही समस्या का वहीं पर समाधान कराया। इसके बाद प्रबन्ध निदेशक ने विद्युत वितरण खंड-प्रथम का निरीक्षण किया। उन्होंने रिकॉर्ड कीपिंग को व्यवस्थित रखने, कार्यालयों में साफ-सफाई बनाए रखने और दस्तावेजों की सही प्रविष्टि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अवर अभियंता सतेंद्र पाल सिंह की सर्विस बुक का गहन परीक्षण किया, जिसमें सभी प्रविष्टिया सही पाई गईं।

    स्मार्ट सिटी में स्कॉडा सिस्टम से बिजली आपूर्ति होगी और मजबूत

    प्रबन्ध निदेशक ने कम्पनी बाग स्थित स्काडा सेंटर एवं नगरीय वितरण मंडल कार्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने डीएलपी स्क्रीन एवं कमीशनिंग से सम्बन्धित कार्य शेष रहने पर नाराजगी जताई और इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्काडा सिस्टम पूर्ण होने पर विद्युत लाइनों में फॉल्ट की लोकेशन तुरंत पता लग सकेगी, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित होने का समय काफी कम हो जाएगा।

    साथ ही आर.एम.यू. (रिंग मेन यूनिट) के माध्यम से किसी फीडर पर समस्या आने पर दूसरे फीडर से बिजली सप्लाई तुरंत शुरू की जा सकेगी। इससे उपभोक्ताओं को निरंतर, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति उपलब्ध होगी। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि अर्बन रिस्ट्रक्चर प्लान को सफल बनाने के लिए दैनिक समीक्षा एवं फीडबैक सिस्टम लागू किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को उपभोक्ता सेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नही होनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता प्रशांत कुमार, अधिशासी अभियंता योगेश कुमार, विकास दीप, रामयश यादव, नेहा चौधरी आदि रहे।