जीत की खुशी में हाथ उठाए और जमीन पर गिरे, मुरादाबाद में वेटरन गेंदबाज की मौत; जहां मैच जीता वहीं जिंदगी हारे अहमर
मुरादाबाद में टी-20 क्रिकेट मैच जीतने के बाद जश्न मना रहे वेटरन गेंदबाज अहमर खान की हृदयाघात से मौत हो गई। कप्तान द्वारा सीपीआर देने की कोशिश भी विफल रही। यूपी वेटरंस क्रिकेट एसोसिएशन के टूर्नामेंट में मुरादाबाद और संभल की टीमों के बीच मैच था। जीत के बाद खुशी मनाते हुए अहमर जमीन पर गिर पड़े। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया, जिससे क्रिकेट जगत में शोक की लहर है।

वेटरन क्रिकेटर अहमर खान की फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। टी-20 क्रिकेट मैच में जीतने के बाद खुशी मनाते एक वेटरन गेंदबाज की मुरादाबाद में हृदयाघात से मौत हो गई। टीम के कप्तान डा. अंकित वर्मा ने उन्हें कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देकर बचाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे। यूपी वेटरंस क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में रविवार को मुरादाबाद और संभल की टीम के बीच मैच चल रहा था।
अहमर खान ने जीत के लिए हाथ उठाया और जमीन पर गिर पड़े
मुरादाबाद की टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट खोकर 134 रन बनाए। जवाब में संभल की टीम निर्धारित ओवरों में छह विकेट खोकर 121 रन ही बना सकी। मुरादाबाद की ओर से अंतिम ओवर फेंकने उतरे वेटरन गेंदबाज अहमर खान ने जीत के बाद जैसे ही खुशी में हाथ उठाए, वह निढाल होकर जमीन पर गिर पड़े। सीपीआर देने के बावजूद दिल की धड़कन शुरू नहीं हुई तो साथी खिलाड़ी उन्हें लेकर तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हर शख्स अवसाद में
मुरादाबाद में रविवार को चल रहे टी-20 क्रिकेट मैच में जीत की खुशी मनाते समय अहमर अपनी जिंदगी हार गए। वेटरन गेंदबाज अहमर की मौत के समय मैदान में मौजूद हर शख्स अवसाद में है। यही नहीं, दिल का दौरा पड़ने से हुए आकस्मिक निधन की खबर उन्हें जानने वाले जिस शख्स ने सुनी, वो भी कुछ पल के लिए हक्का-बक्का रह गया। हादसा यूपी वेटरंस क्रिकेट एसोसिएशन के टूर्नामेंट के दौरान अहमर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रहे पीयूष चावला के साथ भी कई लोकल मैच खेल चुके थे।
अहमर खान लंबे समय से स्थानीय क्रिकेट जगत में शानदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे
शहर में एकता विहार निवासी अहमर खान के भाई फिरोज खान ने बताया कि अहमर खान लंबे समय से स्थानीय क्रिकेट जगत में शानदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई लोकल टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से दर्शकों और चयनकर्ताओं का दिल जीता था। उन्होंने मुरादाबाद के मैदानों पर अपनी गेंदबाजी से कई बार विपक्षी टीमों के विकेट उड़ाए और टीम को जीत दिलाई। क्रिकेट प्रेमियों के बीच उनका नाम मेहनती और जुझारू खिलाड़ी के रूप में था। वह भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी खिलाड़ी पीयूष चावला के साथ भी कई लोकल मैच खेल चुके थे। दोनों के बीच गहरी खेल भावना और आपसी सम्मान का रिश्ता था। उनके निधन पर डीएसए सचिव विजय गुप्ता ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अहमर एक अनुशासित, प्रतिभाशाली और समर्पित खिलाड़ी थे। उनके जाने से मुरादाबाद के क्रिकेट को बड़ी क्षति हुई है। स्थानीय खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अहमर हमेशा युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। अहमर के परिवार में पत्नी शहला खान, दो बेटे रियान और अहराज व एक बहन हैं।
दिल का यूं रखें ख्याल
ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखें, कोलेस्ट्राल चेक कराएं, हृदयाघात की परिवार की हिस्ट्री है तो चेक कराएं, स्वस्थ जीवनशैली अपनाए, घर का बना खाना खाएं, सोने से एक घंटा पहले मोबाइल अलग रख दें, सुबह उठते ही फौरन फोन न देखें, आठ से नौ घंटे की भरपूर नींद लें, सालभर में एक बार हृदय की जांच अवश्य कराएं।
संभव है कि गेंदबाज अहमर को हृदय से जुड़ी समस्या पहले से रही हो। जिसकी वजह से उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट हुआ होगा। हृदय पर भारीपन, चुभन या फिर अन्य कोई समस्या हो रही है तो विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। डा. अनुराग मेहरोत्रा, हृदय रोग विशेषज्ञ
आपने देखा होगा कि जितने भी क्रिकेटर हैं 40 साल के बाद वह क्रिकेट से संन्यास ले लेते हैं। 40 की उम्र के बाद कम मेहनत वाले खेल ही खेलें। क्योंकि खेलते समय अचानक क्लाट बनता है तो दिक्कत होती है। डा. अपूर्व मित्तल, हृदय रोग विशेषज्ञ
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