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    शुकतीर्थ में आकर ऐसा लगा, जैसे मां गंगा अपने बालक को सुन रही है...यह कहा सुरीला जादू बिखेरते इस पदमश्री फनकार ने

    By Anand Prakash Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Mon, 03 Nov 2025 01:10 PM (IST)

    शुकतीर्थ में पहली बार भागवत महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें कैलाश खेर ने अपनी आवाज से समां बांध दिया। गंगा के किनारे सजे मंच पर उन्होंने कई भजन और गीत प्रस्तुत किए, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। डीएम ने कहा कि ऐसा दिव्य आयोजन सौभाग्य से ही मिलता है और शुकतीर्थ का विकास किया जा रहा है।

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    शुकतीर्थ में गंगा घाट पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में गीत सुनाते पद्मश्री कैलाश खेर। जागरण

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। भागवत भूमि शुकतीर्थ में बहती बाण गंगा, एक छोर पर सजे मंच से अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरते पदमश्री कैलाश खेर और दूसरे छोर पर बैठे श्रद्धालु व श्रोतागण। भव्यता ऐसी कि लेजर लाइटों की किरणें गंगा के जल में तैरती नजर आ रही हैं, जो भी इस पल का साक्षी बना गदगद हो गया, क्योंकि पहली बार ऐसा दिव्य, भव्य नजारा शुकतीर्थ में देखने को मिला।

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    शुकतीर्थ में कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान के अवसर पर पांच दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में भागवत महोत्सव व मोक्ष कुंभ के तहत रविवार की रात सांस्कृतिक संध्या हुई। उसमें प्रख्यात गायक पद्मश्री कैलाश खेर रात लगभग साढ़े सात बजे पहुंचे। उन्होंने भजन व गीत सुनाने का आरंभ नी मैं जाना री जोगी रे नाल सुनाकर की। उसके बाद तौबा-तौबा तेरी सूरत, कैसे बताएं क्यूं तुझको चाहे तू जाने ना, तेरे बिन नहीं लगदा दिल मेरा ढोलना, रंग दीनी रंग दीनी सुनाया।

    इसके बाद जैसे ही कैलाश खेर ने सुनाया कि उतरे मुझ में आदियोगी और बाहुबली फिल्म का गीत कौन है वो कौन है, जय-जयकारा जय-जयकारा स्वामी देना साथ हमारा सुनाया तो दर्शकों के बीच से हर-हर महादेव और जय गंगे मैया का उद्घोष होने लगा। इसके बाद भी ऐरी सखी मंगल गाओ रे आज मेरे पिया घर आए है समेत कई प्रसिद्ध गीत सुनाए और खूब वाहवाही बटौरी।


    मैं धन्य हो गया शुकतीर्थ आकर
    खेर पद्मश्री कैलाश खेर ने कहा कि शुकतीर्थ का नाम बहुत सुना, लेकिन भाग्य से आज यहां आना हुआ। ऐ मेरे शुकतीर्थ की पावन भूमि तुझे प्रणाम, यहां के साधू-संत, देवतुल्य जनमानस सबको नमस्कार, मुझे आज बनारस जाना था, लेकिन परमात्मा के खेल निराले हैं, जो यहां बुला लिया। आज शुकतीर्थ में आकर ऐसा लग रहा है, जैसे मां गंगा अपने बालक को सुन रही है, यहां गांव और शहर दोनों परिवेश के साथ ऐसा लग रहा है, जैसे पुराने युग में पहुंच गए हैं, दृश्य देख मन रोमांचित हो रहा है।
    ये रहे मौजूद : कौशल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, डीएम उमेश मिश्रा, एसएसपी संजय कुमार वर्मा, रालोद विधायक मिथलेश पाल, जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल, भाजपा नेता गौरव स्वरूप, सीडीओ कमल किशोर कंडारकर, एडीएम गजेंद्र सिंह, एसपी देहात आदित्य बंसल, महामंडलेश्वर स्वामी गोपालदास महाराज, ब्लाक प्रमुख अनिल राठी, उद्यमी भीमसेन कंसल, मोरना शुगर मिल के यूनिट हेड वीपी पाण्डेय, डा. महकार सिंह, गोपाल दास महाराज, मनोहर लाल शर्मा, स्वामी अनंत देव, स्वरुपानदं महाराज उपस्थित रहे।