सावधान! दीपावली पर बंपर धमाका की एपीके फाइल भेज रहे ठग, खोलने से बचें
दीपावली के अवसर पर साइबर ठग 'दीपावली पर बंपर धमाका' नाम से एपीके फाइल भेजकर लोगों को ठग रहे हैं। इस फाइल को खोलने से फोन हैक हो सकता है और निजी जानकारी चोरी हो सकती है। किसी भी अनजान लिंक या फाइल को न खोलें और अपने फोन में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर रखें। संदिग्ध संदेश मिलने पर उसे तुरंत हटा दें।

सांकेतिक तस्वीर
मुनीश शर्मा, नोएडा। दीपावली पर बंपर धमाका और यातायात चालान में एक ही नाम की एंड्राइड एप्लिकेशन पैकेज (एपीके) फाइल भेजी जा रही हैं। यह फाइल ई कामर्स और यातायात पुलिस की ओर से नहीं, बल्कि साइबर ठग भेज रहे हैं। फाइल खोलने पर लोग बैंक खाता खाली होने से जैसी साइबर ठगी का शिकार हो सकते हैं। साइबर सेल पुलिस अधिकारी भी ऐसे मैसेज और एपीके फाइल को नहीं खोलने की सलाह दे रहे हैं।
दीपावली त्योहार आते ही एपीके फाइल भेजने वाला गिरोह के साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं। साइबर एक्सपर्ट की मानें तो ठग सर्विस सेक्टर से जुड़े मोबाइल को हैक कर रहे हैं। इनके मोबाइल की कान्टेक्ट लिस्ट और ग्रुप से जुड़े ग्राहकों को बल्क में मैसेज भेज रहे हैं। सर्विस प्रोवाइडर की ओर मैसेज मिलने पर ग्राहक यकीन कर लेते हैं। मैसेज खोल जल्दबाजी में एपीके फाइल डाउनलोड करने से ठगों के संपर्क में आ जा रहे हैं। इससे साइबर ठग एपीके फाइल के माध्यम से भी ठगी कर ले रहे हैं।
केस एक
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के रहने वाले निशांत के मोबाइल पर दीपावली धमाका आफर संबंधी एपीके फाइल का मैसेज आया। उन्होंने एपीके देखकर फाइल को नहीं खोला। मैसेज को ही डिलीट कर दिया। इस बारे में साइबर सेल पुलिस से भी शिकायत की।
केस दो
नोएडा सेक्टर 33 के रहने वाले सोनू के पास आरओ ठीक करने वाले के मोबाइल से मैसेज आया। मैसेज में एपीके फाइल के साथ लिखा था कि ''''चालान में मेरा और नाम है और आपका भी नाम है। चेक कर लिजिए।'''' उन्होंने एपीके देखकर फाइल डाउनलोड नहीं की। आरओ वाले पूछने पर पता चला कि ठग मोबाइल हैक कर सभी ग्राहकों को ट्रैफिक चालान संबंधी एपीके फाइल भेज रहे हैं।
ट्रेडिंग सात एपीके फाइल फ्रॉड
- गैस कनेक्शन एपीके फ्रॉड
- ऑनलाइन कार रेंटल एपीके फ्रॉड
- ई-सिम एक्टीवेशन एपीके फ्रॉड
- हॉस्पिटल अप्वाइंटमेंट एपीके फ्रॉड
- बैंकिग एपीके फ्रॉड
- वेडिंग इन्वीटेशन एपीके फ्रॉड
- ट्रैफिक चालान एपीके फ्रॉड
क्या होती है एपीके फाइल?
साइबर एक्सपर्ट समरपाल ने बताया कि एपीके एक फाइल फार्मेट है। इसमें एंड्रडाइड आपरेटिंग सिस्टम पर मोबाइल एप के इंस्टालेशन व वितरण के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें किसी एप को इंस्टाल करने को आवश्यक सभी फाइल जैसे कोड, रिसोर्स आदि शामिल होते हैं। इसे एक जिप फाइल के रूप में पैक किया जाता है।
ठगी करने के लिए साइबर ठग नए-नए पैतरे अपना रहे हैं। एपीके फाइल भेजकर भी ठगने से नहीं चूक रहे हैं। ठग शादी का कार्ड, ट्रैफिक पुलिस के चालान की एपीके फाइल भेजकर मोबाइल हैक कर लेते हैं। वॉट्सएप मैसेज पर प्राप्त एपीके या पीआईएफ, वीबीएस फाइल हो तो उसे कतई न खोलें। ज्यादा जरूरी होने पर एपीके फाइल को परिचित या भरोसे के व्यक्ति से जानकारी के बाद ही खोलें। उन्होंने अपने साथ-साथ आसपास के लोगों व जानकारों को भी जागरूक करने की अपील की है।
- शैव्या गोयल एडीसीपी साबर सेल, गौतमबुद्ध नगर
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।