3 घंटे 'डिजिटल गिरफ्तारी' में कैद, ग्रेटर नोएडा महिला से 24 लाख ठगे; साइबर पुलिस अलर्ट
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक महिला साइबर जालसाजों का शिकार हुई, जिन्होंने उसे डिजिटल रूप से बंधक बनाकर 24 लाख रुपये ठग लिए। जालसाजों ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी दी। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक महिला साइबर जालसाजों का शिकार हुई
जागरण संवाददाता, नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाली एक महिला को साइबर जालसाजों ने तीन घंटे तक डिजिटल तरीके से बंधक बनाकर 24 लाख रुपये ठग लिए। उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी देकर ठगी की। पैसे ट्रांसफर होने के बाद जब पीड़िता ने अपने परिवार को इसकी जानकारी दी तो उसे ठगी का पता चला। तीन घंटे के भीतर वह ठगी से बच गई। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
अनीता अपने परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहती हैं। 7 नवंबर की शाम करीब 4 बजे एक जालसाज ने खुद को ट्राई कर्मचारी बताते हुए फोन किया और उन्हें धमकी दी कि उनका सिम दो घंटे के भीतर निष्क्रिय कर दिया जाएगा।
कारण पूछने पर जालसाज ने उन्हें बताया कि उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके एक बैंक खाता खोला गया है और उनके खिलाफ अवैध लेनदेन का मामला दर्ज किया गया है। हैरान होकर उन्होंने फोन काट दिया। कुछ ही देर बाद जालसाजों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए पीड़िता को वीडियो कॉल किया।
पुलिस अधिकारी ने उसे बताया कि उसके बैंक खाते से अवैध लेनदेन हुआ है और उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। जालसाजों ने व्हाट्सएप वारंट भेजकर उसकी तत्काल गिरफ्तारी पर जोर दिया।
उन्होंने उसे बताया कि उसके घर पर निगरानी रखी जा रही है और यह जानकारी साझा करने पर तुरंत छापेमारी की चेतावनी दी। यह सुनकर पीड़िता डर गई और जालसाजों की बात मान ली। दूसरे जालसाज ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर उससे ऑनलाइन पूछताछ की। पीड़िता ने जब खुद को निर्दोष बताया, तो जालसाजों ने उसकी संपत्ति की जांच कराकर गिरफ्तारी से बचने का रास्ता बताया। जालसाजों ने पीड़िता को झांसा देकर 24 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।
करीब तीन घंटे बाद पीड़िता ने अपने परिवार से धोखाधड़ी के बारे में बात की, जिसके बाद पीड़िता को मामले का पता चला। उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। धोखाधड़ी में शामिल बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है। जालसाजों की पहचान और तलाश के लिए टीमें काम कर रही हैं। जल्द ही घटना का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
छह दिनों में डिजिटल गिरफ्तारी के दो मामले दर्ज
पिछले छह दिनों में नोएडा में डिजिटल गिरफ्तारी के दो मामले दर्ज किए गए हैं। डिजिटल गिरफ्तारियों का फिर से बढ़ना चिंता का विषय है। साइबर सुरक्षा पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे ट्रिब्यूनल के कर्मचारी बनकर आने वाले ऐसे कॉल्स के झांसे में न आएँ जो दावा करते हैं कि उनका सिम ब्लॉक कर दिया गया है या मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने लोगों से ऐसी चेतावनियों की तुरंत स्थानीय पुलिस को सूचना देने का आग्रह किया है।

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