चाय पीते कारोबारी के पास आई ठगों की कॉल, पत्नी ने दैनिक जागरण दिखा इशारे से डिजिटल अरेस्ट होने से बचाया
नोएडा के एक व्यवसायी को डिजिटल गिरफ्तारी से उनकी पत्नी ने बचाया। ठगों ने उन्हें फोन करके धमकाया और सीबीआई और ईडी के फर्जी पत्र भेजे। लेकिन उनकी पत्नी ने दैनिक जागरण के लुटेरा ऑनलाइन सतर्क रहें अभियान के बारे में पढ़ा था और उन्हें पता था कि डिजिटल अरेस्ट जैसा कोई प्रावधान नहीं होता है। इसलिए उन्होंने ठगों को झांसा नहीं दिया और अपने पति को बचा लिया।
जागरण संवाददाता, नोएडा। सेक्टर-71 के बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी व पूर्व आरडब्ल्यूए अध्यक्ष अजय कुमार पांडेय शनिवार सुबह दैनिक जागरण के लुटेरा ऑनलाइन सतर्क रहें अभियान ने डिजिटल अरेस्ट होकर ठगी का शिकार होने से बचा लिया। अजय ने दैनिक जागरण के जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
अजय कुमार पांडेय ने बताया शनिवार सुबह करीब नौ बजकर 51 मिनट पर एक महिला की कॉल आई। उसने खुद को ट्राई कर्मी बताया और कहा कि आपके नाम से एक नया सिम लिया गया है। उस सिम से 20-25 लोगों को लड़की लगे फोटो भेजकर कॉल की गई है।
जेट एयरवेज और मनी लॉन्ड्रिंग का दिखाया डर
इसके चलते कॉल को मुंबई साइबर क्राइम पुलिस को ट्रांसफर किया जा रहा है। इस बीच ठग ने उनके वॉट्सऐप पर सीबीआई और ईडी के दो पत्र भेज दिए। जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ाव होने का हवाला देकर डराया। फोन स्पीकर पर होने की वजह से उनके बगल में बैठी उनकी पत्नी सब कुछ सुन रही थीं।
वह पत्र देखकर घबराए तो पत्नी ने उनको दैनिक जागरण अखबार दिखाकर सचेत किया। अपने मोबाइल से वीडियो भी बनानी शुरू कर दी। ठगों ने पुलिसकर्मी बनकर बात करनी शुरू की। उनको गोपनीयता रखने के निर्देश दिए। कहा कि मैडम पूछताछ करेंगीं। जांच में सहयोग करने और गोपनीय रखने से उनको फायदा होगा।
महिला ठग ने कैसे शुरू की बात?
उसके बाद एक महिला ठग ने पुलिस अधिकारी बनकर बात शुरू की। परिवार और आर्थिक स्थिति के बारे में पूछने से शुरुआत की। इसी बीच उन्हें खुद को अकेला रहने और कमरे की चटखनी बंद कर दिखाने को बोला। यह सुनकर उनकी पत्नी कमरे से बाहर चली गईं।
जब खाते में बताई रकम...
महिला ठग ने काफी देर तक पूछताछ करने पर बैंक खातों में जमा धनराशि की डिटेल मांगी। वह ठगों की चालबाजी समझ चुके थे। उन्होंने कहा कि उनके पास दो बैंक खाते हैं। एक में पांच हजार रुपये और दूसरे में सात सौ रुपये हैं। उनसे मिली जानकारी के आधार पर ठग ने कहा कि वह इतने बड़े कारोबारी हैं और उनका एक बेटा विदेश में है। फिर भी आपके पास धनराशि नहीं है। इतना कहकर उसने फोन काट दिए।
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अजय ने बताया कि वह और परिवार के सदस्य प्रतिदिन दैनिक जागरण समेत तीन समाचार पत्रों को पढ़ते हैं। दैनिक जागरण में ऑनलाइन लुटेरा सतर्क रहें अभियान को पढ़ा था। इससे उनकी पत्नी जानती थी कि डिजिटल अरेस्ट जैसा प्रविधान नहीं होता है। जागरूकता के चलते ही वह ठगी का शिकार होने से बच गए।
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