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    Noida News: लिंक रोड बनाने में आई बड़ी टेंशन, जिस जमीन से गुजरनी थी सड़क; वहां टी-सीरीज और किसान ने ठोका अपना दावा

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Mon, 28 Apr 2025 11:41 AM (IST)

    गामा एक सेक्टर के एलजी चौक से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तक बनने वाली लिंक रोड जमीनी विवाद में फंस गई है। टी-सीरीज और किसानों के दावों के कारण 20 साल से मामला अटका है। इस रोड से परी चौक पर वाहनों का दबाव कम होगा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। प्राधिकरण अब तक जमीनी विवाद सुलझाने में नाकाम रहा है।

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    एलजी चौक से नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाली लिंक रोड। फोटो- जागरण आर्काइव

    धर्मेंद्र चंदेल, ग्रेटर नोएडा। परी चौक पर वाहनों का दबाव कम करने और शहरवासियों को जाम से बचाने के लिए गामा एक सेक्टर के एलजी चौक से नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे तक निर्माणाधीन लिंक रोड की राह में जमीनी विवाद ने अड़ंगा लगा दिया है। जिस जमीन से रोड गुजरनी है, उस पर टी-सीरीज और किसान अपना-अपना दावा जता रहे हैं।

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    प्राधिकरण विवाद सुलझाने में नाकाम

    टी-सीरीज दूसरी जगह उतनी ही भूमि की मांग कर रही है। किसान जमीन देने को तैयार हैं, लेकिन यह तय नहीं हो पा रहा है कि भूमि का असली मालिक कौन है। इसी वजह से यह मामला 20 वर्ष से अटका पड़ा है। प्राधिकरण ने सड़क निर्माण की कोशिश अधूरे मन से की। लंबा समय बीतने के बाद भी जमीनी विवाद को सुलझाने में प्राधिकरण के प्रयास नाकाम रहे।

    नोएडा, ग्रेटर नोएडा को जोड़ने के लिए परी चौक, ग्रेटर नोएडा वेस्ट एवं दादरी-सूरजपुर रोड पर कुलेसरा हरंनदी पुल मार्ग है। चौथा मार्ग एलजी चौक से एक्सप्रेसवे तक बनाया जा रहा है। इसका शीघ्र निर्माण नहीं हुआ तो परी चौक से निकलना मुश्किल हो जाएगा। वाहनों के अत्याधिक दबाव और परी चौक की चौड़ाई कम होने से शहरवासियों को यहां जाम का सामना करना पड़ता है। प्रतिदिन 35-40 हजार वाहन परी चौक से गुजरते हैं।

    तीन मिनट की दूरी तय करने में लगते है आधा घंटा

    सुबह-शाम दो से तीन मिनट की दूरी तय करने में आधा घंटे लग जाता है। परी चौक शहर का ऐसा अकेला प्वाइंट है, जिस पर दिल्ली व नोएडा से ग्रेटर नोएडा में प्रवेश करने के साथ बुलंदशहर, सिकंद्राबाद, दनकौर एवं परिफेरल एक्सप्रेसवे के सिरसा टोल प्लाजा की तरफ से बड़ी संख्या में वाहन आते हैं।

    नॉलेज पार्क स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आए दिन राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक्सपो का आयोजन होता है। हजारों छोटे बड़े वाहन आते हैं, जिससे परीचौक पर वाहनों का दबाव अधिक हो जाता है। नॉलेज पार्क में लाखों छात्र पढ़ते हैं, हजारों शिक्षक व स्टाफ है। कालेज आने-जाने के लिए या तो निजी वाहन का प्रयोग करते हैं या कालेज की बस से आते हैं। इस लिंक रोड के बनने से नॉलेज पार्क और परीचौक पर जाम की समस्या राहत मिलेगी।

    20 वर्ष पहले बनी थी योजना

    वाहनों की बड़ी संख्या को देख नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने गामा एक सेक्टर के एलजी चौक से नोएडा के 145-146 सेक्टर तक करीब पांच किमी लंबा लिंक रोड बनाने का निर्णय किया था। लिंक रोड को नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से जोड़ना जाना था।

    इससे खासकर नॉलेज एक, दो, तीन, सूरजपुर, दादरी, डेल्टा, गामा, बीटा व सूरजपुर में यूपीसीडा के क्षेत्र में बसे सेक्टरों के लोगों को नोएडा जाने के लिए परी चौक नहीं जाना पड़ता। वह सीधे एलजी चौक से नामौली, शारदा विश्वविद्यालय, गुर्जरपुर होते हुए मात्र 5 से 7 मिनट में नोएडा एक्सप्रेसवे पर पहुंच जाते। इसके लिए हरनंदी पर 210 मीटर लंबा पुल बनाया जा रहा है, जिसका 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

    डेढ़ किमी सड़क के लिए नहीं मिल रही जमीन

    पुल से नोएडा एक्सप्रेसवे तक 625 मीटर लंबी सड़क भी बन चुकी है पुल से ग्रेटर नोएडा की तरफ हरनंदी के बांध के पास करीब 300 मीटर लंबी एलिवेटेड का निर्माण भी अंतिम चरण में हैं। एलजी से शारदा विश्वविद्यालय तक डेढ़ किमी सड़क के लिए जमीन नहीं मिल रही है। यहां पर टी-सीरीज की 300 बीघा जमीन है।

    टी-सीरीज का कहना है कि वह सड़क के लिए जमीन देने को तैयार है, लेकिन बदले में उतनी ही जमीन आसपास चाहिए। उधर किसानों का कहना है कि जमीन टी-सीरीज की नहीं है। जमीन के मालिक वह हैं। 1984 से 1987 के बीच चकबंदी में फर्जी तरीके से किसी ने जमीन अपने नाम कराकर टी-सीरीज को बेच दी। इसका विवाद न्यायालय में विचाराधीन है।

    सड़क निर्माण के लिए चाहिए 19 एकड़ जमीन

    प्राधिकरण 60 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण करेगा। दोनों दिशाओं में तीन-तीन लेन बनाई जाएंगी। बीच में सेंट्रल वर्ज बनेगा। बगल में नाला और उससे सटा सर्विस रोड होगा। इसके लिए प्राधिकरण को 19 एकड़ जमीन चाहिए।

    प्राधिकरण सकड़ मार्ग की राह आसान करेगा। समझौते से जमीन नहीं मिली तो अर्जेंसी क्लाज लगाकर अधिग्रहण किया जाएगा। यह जनहित से जुड़ा मामला है। प्राधिकरण अब इसमें और देरी नहीं करेगा।

    एनजी रवि, सीईओ, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण