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    Yamuna Flood: ग्रेटर नोएडा में बाढ़ के बीच प्राइवेट नाव का धंधा, तीन हजार तक ले रहे किराया

    Updated: Tue, 09 Sep 2025 09:27 AM (IST)

    ग्रेटर नोएडा में यमुना का जलस्तर घटने पर नाव और ट्रैक्टर से फार्म हाउस दिखाने का धंधा शुरू हो गया है। सेक्टर-150 में बाढ़ पीड़ितों से मनमाने पैसे वसूले जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। यमुना में उफान से कई फार्म हाउस डूबे हैं जिससे लोग नावों से जायजा लेने जा रहे हैं।

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    नाव पर सवार होकर डूबे हुए फार्म हाउस देखने जाते बाढ़ पीड़ित।

    रंजीत मिश्रा, ग्रेटर नोएडा। यमुना नदी का जलस्तर घटते ही नाव व ट्रैक्टर से फार्म हाउस विजिट कराने का धंधा फलने फूलने लगा। सेक्टर-150 में निजी नाव व ट्रैक्टर से बाढ़ प्रभावितों को फार्म हाउस दिखाने के नाम पर तीन-तीन हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं। इधर जिला प्रशसन की टीम ने इस तरह के मामले की जानकारी से इन्कार करते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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    दरअसल, यमुना नदी के उफान से ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-150 और आसपास के इलाकों में करीब एक हजार से अधिक फार्म हाउस जलमग्न हो चुके हैं। मोमनाथल, कोंडली, छपरौली जैसे 19 गांव बाढ़ से प्रभावित है।

    जिला प्रशासन ने प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है, लेकिन यमुना नदी के इसी बाढ़ में नाव व ट्रैक्टर से लोगों को फार्म हाउस तक ले जाने का धंधा उतराने लगा है। बाढ़ पीड़ितों को अपने डूबे फार्म हाउस तक ले जाने के नाम पर तीन-तीन हजार रुपये चुकाने पड़ रहे हैं।

    सेक्टर-150 में प्रभावित लोग ले रहे हैं नाव व ट्रैक्टर का सहारा 

    सेक्टर-150 में यमुना और हरनंदी का संगम होने से स्थिति सबसे गंभीर है। यहां अवैध रूप से बने सैकड़ों फार्म हाउस पूरी तरह डूब चुके हैं। फार्म हाउस मालिक जो दिल्ली-एनसीआर से आते हैं।

    अपनी संपत्ति का हाल देखने के लिए नावों पर सवार हो रहे हैं। नाव वाले उनसे मनमाने रेट वसूलते हैं। मोलभाव के बाद 3 हजार तक वसूले जा रहे हैं। फार्म हाउस में रहने वाले मजदूर परिवार भी इस खेल का शिकार हो रहे हैं।

    तीन-चार दिनों से चल रहा है यह खेल 

    यह अवैध धंधा पिछले तीन चार दिनों से चल रहा है। निजी नाव बिना किसी लाइसेंस के संचालित हो रही हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से भी खतरनाक है। नावों में लाइफ जैकेट तक नहीं होतीं, और ओवरलोडिंग आम बात है। पैसों के लेन-देन को लेकर भी विवाद की बातें सामने आ रही हैं। फार्म हाउस में रहने वाले लोग किराये को लेकर आपस में उलझने लगे हैं।

    इस तरह का मामला संज्ञान में नहीं हैं। मौके पर स्थिति का जायजा लिया जाएगा। इस तरह की शिकायतें मिली तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ नाव व ट्रैक्टर को जब्त किया जाएगा। - आशुतोष गुप्ता, एसडीएम सदर गौतमबुद्ध नगर।