जेवर में 22 करोड़ से सुधरेगी राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत, हजारों लोगों को मिलेगी राहत
जेवर में राष्ट्रीय राजमार्ग की खस्ताहाल स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। सांसद महेश शर्मा के पत्र के बाद केंद्रीय मंत्री ने नाला निर्माण का प्रस्ताव दिया। अधिकारियों ने 22 करोड़ का एस्टीमेट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। जल्द ही सड़क और नाला निर्माण का काम शुरू होगा। राजमार्ग संख्या 334 डीडी जेवर में यमुना एक्सप्रेसवे से जेवर तक खस्ताहाल है।

जागरण संवाददाता, जेवर। राष्ट्रीय राजमार्ग की बदहाल स्थिति में जल्द सुधार होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। स्थानीय सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा के पत्र के बाद केंद्रीय मंत्री ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जलभराव की समस्या को देखते हुए नाला निर्माण और टाइल्स लगाते हुए समाधान को संबंधित अधिकारी को पत्र भेजा था।
अधिकारियों ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग के बदहाल स्थिति का सर्वे करते हुए एस्टीमेट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। बजट पास होते ही सड़क और नाला निर्माण का काम शुरू करा दिया जाएगा। लोगों की परेशानी को देखते हुए अस्थाई समाधान के लिए राजमार्ग पर गड्ढ़ों को भरने के लिए कंक्ररीट डलवाई जा रही है।
अलीगढ़ के हामिदपुर से जेवर, झाझर, ककोड़ होते हुए बुलंदशहर तक जाने वाले राष्ट्रीय मार्ग संख्या 334 डीडी जेवर में यमुना एक्सप्रेसवे वे से जेवर तक और जेवर से सांड फार्म तक बदहाल हो चुका है। वर्षा के दिनों में आए दिन वाहन चालक गड्ढ़ों में वाहनों के दुर्घटना ग्रस्त होने से घायल हुए थे।
क्षेत्र के लोगों की परेशानी को देखते हुए डाक्टर महेश शर्मा ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र भेज समस्या के समाधान की मांग की थी। केंद्रीय मंत्री ने बदहाल सड़क के किनारे दोनों तरफ पानी निकासी के लिए नाला निर्माण और इंटरलाकिंग टाइल्स लगाए जाने व टूटी हुई सड़क का निर्माण कराने के लिए अधिकारियों को पत्र भेजा था।
मंगलवार को जेवर पहुंचे अधिकारियों ने यमुना एक्सप्रेसवे से लेकर हामिदपुर तक सड़क का सर्वे करते हुए 22 करोड़ 40 लाख रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिना अनुमति के नगर पंचायत ने नाले का निर्माण कर दिया था। जिसकी वजह से पूरी सड़क बर्बाद हो गई।
जलभराव की समस्या के स्थाई समाधान के लिए एनएच के दोनो तरफ नाला, इंटरलाकिंग टाइल्स और सड़क निर्माण के लिए 22 करोड़ 40 लाख का एस्टीमेट भेजा गया है। जिसके जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू करा दिया जाएगा।
शैलेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता ,राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोक निर्माण विभाग गाजियाबाद
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