नोएडा में भूमाफिया गिरोह का भंडाफोड़, सरकारी जमीन बेचने की साजिश में 3 गिरफ्तार, 200 करोड़ लोन लेने की फिराक में थे आरोपी
ग्रेटर नोएडा में बड़े भूमाफिया गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। गिरोह के तीन अन्य सदस्य जनक गुर्जर जनेश्वर व रोहित फरार हैं। पुलिस टीमें गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। डीसीपी ने बताया धरे गए आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा रहा है। जांच की जा रही है अभी गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। नगर पंचायत डासना के चेयरमैन मुजाहिद हुसैन बनकर उन्हीं की जमीन बेचने का प्रयास करने वाले भू-माफिया गिरोह का बिसरख पुलिस ने पर्दाफाश किया है।
आरोपितों ने चेयरमैन के आधार, पैन, समेत अन्य फर्जी कागजात उन्हीं के नाम से बनवा कर फोटो दूसरे व्यक्ति की लगवा कर 95 करोड़ में बेचने की तैयारी में थे। चेयरमैन की शिकायत पर पुलिस ने तीन आरोपिताें को धर लिया। आरोपित जमीन के आधार पर 200 करोड़ लोन लेने की फिराक में थे।
नगर पंचायत चेयरमैन बनकर जमीन बेचने की साजिश
डीसीपी शक्तिमोहन अवस्थी वर्तमान में बिसरख कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शाहबेरी निवासी मुजाहिद हुसैन मूलरूप से गाजियाबाद के डासना कस्बा के रहने वाले हैं। वर्तमान में मुजाहिद हुसैन नगर पंचायत डासना के चेयरमैन हैं। ग्राम शाहबेरी में उनकी 2.009 हेक्टेयर जमीन है।
चेयरमैन ने 28 फरवरी 2025 को बिसरख कोतवाली में फर्जीवाड़ा कर उनकी जमीन बेचने का प्रयास किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि जालसाज वर्ष 2023 से उनकी जमीन बेचने की तैयारी में थे।
कौन है गिरोह का सरगना?
पुलिस टीम ने मंगलवार को राकेश कुमार, सिराजुद्दीन और महेंद्र कुमार पटवारी को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि जालसाजाें ने मेरठ के दरौला थाना अंतर्गत बलोदपुर निवासी सिराजुद्दीन जो कि निरक्षर है, को चेयरमैन बनाया।
जाली आधार, पैन, किसान बही में नाम पता चेयरमैन मुजाहिद हुसैन का दर्ज कराया, जबकि फोटो सिराजुद्दीन की लगा रखी थी। गिरोह का सरगना हरियाणा के जिला पानीपत अंतर्गत थाना इसराना के ब्राह्मण माजरा निवासी राकेश कुमार है।
कंप्यूटर पर एडिटिंग कर तैयार कराए थे फर्जी कागजात
डीसीपी ने बताया गिरोह का सदस्य बुलंदशहर के अगाैता थाना अंतर्गत ग्राम अजीतपुर निवासी महेंद्र कुमार पटवारी 10वीं तक पढ़ा है। वही फर्जी कागजात बनवाता था।
इस मामले में भी उसने बुलंदशहर के एक साइबर कैफे से कंप्यूटर एडिटिंग से चेयरमैन के नाम से जाली आधार, पैन व जोत बही आदि बनवाए थे। आरोपित कैफे संचालक का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली के हनुमंत होटल में कई पार्टियों के साथ हो चुकी थी मीटिंग
पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में सामने आया है कि राकेश, समेत गिरोह के अन्य सदस्य दिल्ली के हनुमंत नामक होटल में करीब डेढ़ माह से डेरा डाले थे। इस दौरान जमीन के सौदे के लिए दिल्ली की कई पार्टियों से मीटिंग भी हो चुकी थी।
200 करोड़ का लोन मंजूर कराने की फिराक में थे
डीसीपी के मुताबिक, गिरोह उक्त जमीन को 95 करोड़ में बेचने की साजिश दो वर्ष से रच रहे थे। इस जमीन के आधार पर पटियाला कोर्ट में सिराजुद्दीन के नाम पर 200 करोड़ का लोन मंजूर कराने की फिराक में थे।
इसके लिए यश बैंक में तीन खाते भी खुलवाए गए थे। महेंद्र पटवारी का दादरी तहसील में आना जाना था, जिससे वह तहसील से संबंधित जमीन के फर्जी कागजात जल्द तैयार करा देता था।

प्रॉपर्टी डीलरों के पहुंचने पर चेयरमैन को लगी भनक
डासना चेयरमैन को उनकी जमीन जालसाजी कर बेचने की भनक तब लगी जब कुछ प्रॉपर्टी डीलर उनसे सौदा करने पहुंचे। प्रॉपर्टी डीलरों ने चेयरमैन को बताया कि किसी के माध्यम से जमीन बेचने की जानकारी हुई है।
तब चेयरमैन ने पुलिस से शिकायत की। पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपित विवादित जमीनों को निशाना बनाते थे या किसी जमीन को लेकर खुद विवाद कराने के बाद उसका सौदा कराने में जुट जाते थे।
कार व मोबाइल समेत जाली कागजात बरामद
डीसीपी ने बताया आरोपित चार मार्च को ग्राम शाहबेरी के खसरा नंबर 168 पर कार से पहुंच कर जमीन का सत्यापन कर रहे थे। इसी दौरान गिरफ्तार कर लिया गया। उनके कब्जे से आधार, पैन कार्ड, खसरा की कापी, किसान बही की कापी, खतौनी यह सभी कागजात चेयरमैन मुजाहिद हुसैन के नाम से जाली तैयार किए गए थे। दो मोबाइल और होंडा अमेज कार बरामद हुई है।

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