यमुना प्राधिकरण की भरेगी झोली, 86वीं बोर्ड बैठक में कमाई का प्लान तैयार; 401 फ्लैट खरीदारों को मिला मालिकाना हक
यमुना प्राधिकरण की 86वीं बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। प्राधिकरण ने पांच महीनों में 1314 करोड़ रुपये की कमाई की जबकि 2063.41 करोड़ रुपये खर्च किए। 401 फ्लैट खरीदारों को मालिकाना हक मिला। यमुना प्राधिकरण सेक्टर 18 में ऑडिटोरियम बनाकर अपनी कमाई बढ़ाएगा। इसके साथ ही नोएडा एयरपोर्ट के पास लॉजिस्टिक सेक्टर विकसित किया जाएगा और हाथरस के लिए मास्टर प्लान तैयार होगा।

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण ने चालू वित्त वर्ष में पांच माह के दौरान 1314 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति के सापेक्ष 2063.41 करेाड़ रुपये खर्च किए हैं। सबसे अधिक रकम जमीन क्रय करने पर खर्च की है।
अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को हुई यीडा की 86वीं बोर्ड बैठक में चालू वित्त वर्ष के पांच माह के आय व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया। बोर्ड बैठक में कुल 19 प्रस्ताव रखे गए। बोर्ड को औद्योगिक पार्कों की प्रगति से लेकर अमिताभ कांत समिति की सिफारिश लागू होने के बाद खरीदारों के पक्ष में 401 रजिस्ट्री होने से भी अवगत कराया गया।
यीडा सीईओ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में अगस्त तक 1307.94 करोड़ के सापेक्ष इसी अवधि में इस वित्त वर्ष में यीडा को 1314.10 करोड़ का राजस्व मिला है। इसी अवधि में पिछले साल के 1474.01 करोड़ के सापेक्ष यीडा ने इस वर्ष में 2063.41 करोड़ खर्च किए हैं। जमीन क्रय पर अधिक रकम खर्च होने के कारण राजस्व प्राप्ति के सापेक्ष खर्च अधिक हुआ है।
401 खरीदारों को मिला मालिकाना हक
अमिताभ कांत समिति की सिफारिश से यीडा क्षेत्र में सात परियोजनाएं प्रभावित हैं। बिल्डरों से 25 प्रतिशत राशि के तहत 402.50 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। पहली किस्त के तौर पर एक साल में 671.59 करोड़ रुपये मिलेंगे। परियोजना में कुल 401 लोगों के फ्लैट की रजिस्ट्री हुईं हैं। चार बिल्डर एसडीएस इंफ्रा, सुपरटेक की दो परियोजना व ओरिस बिल्डर की परियोजना के प्रकरण एनसीएलटी व कोर्ट में विचाराधीन हैं।
कार्यालय से कमाई करेगा यीडा
यमुना प्राधिकरण अपने कार्यालय से कमाई करेगा। सेक्टर 18 में प्रस्तावित यीडा कार्यालय में आडिटोरियम बनाया जाएगा। इसे प्राधिकरण अपने उपयोग के अलावा किराये पर भी देगा।
इसके अलावा कार्यालय में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने वाले दस्ते, नागरिक सुविधाओं की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम विकसित होगा। इसके लिए कार्यालय के मानचित्र में बदलाव किया गया है। यीडा कार्यालय 27800 वर्गमीटर में होगा। इसका डिजायन सिक्का एसोसिएट्स ने तैयार किया है।
एयरपोर्ट के पास विकसित होगा लॉजिस्टिक का सेक्टर
नोएडा एयरपोर्ट के पास लॉजिस्टिक व वेयरहाउस की मांग पूरी करने के लिए सेक्टर आठ एफ विकसित करने पर बोर्ड ने स्वीकृति दे दी। सेक्टर का मानचित्र तैयार करने और जमीन अधिग्रहण जल्द शुरू होगा। इसके लिए सलाहकार एजेंसी नियुक्त होगी।
हाथरस के मास्टर प्लान के लिए नियुक्त होगी सलाहकार कंपनी
न्यू हाथरस का मास्टर प्लान तैयार कराने के लिए यीडा बोर्ड ने सलाहकार कंपनी चयन को स्वीकृति दे दी है। कंपनी हाथरस में यीडा के अधिसूचित गांव का सर्वे कर औद्योगिक व आवासीय सेक्टरों को खाका तैयार करेगी।
न्यू आगरा के मास्टर प्लान पर लिए जाएंगे सुझाव
आगरा जिले में यीडा के अधिसूचित क्षेत्र में 14480.61 हे. में न्यू आगरा बसाने के लिए मास्टर प्लान तैयार कराया गया है। बोर्ड के सम्मुख इसका प्रस्तुतिकरण किया गया। बोर्ड ने दिल्ली के स्कूल आफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग, अहमदाबाद समेत अन्य संस्थाओं से मास्टर प्लान का परीक्षण कराकर उनके सुझाव के साथ इसे अगली बोर्ड बैठक में रखने के निर्देश दिए हैं।
हेरिटेज सिटी के विकास मॉडल
मथुरा जिले में हेरिटेज सिटी का विकास मॉडल तय करने के लिए सलाहकार एजेंसी नियुक्त की जाएगी। एजेंसी पीपीपी माडल व यीडा द्वारा खुद हेरिटेज सिटी विकसित करने पर होने वाले नफे नुकसान के बारे में अपनी राय देगी और हेरिटेज सिटी के लिए विकास के माडल को सुझाएगी। अगली बोर्ड बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी।
2026 में दिसंबर तक स्मार्ट हो जाएंगे यीडा के गांव
यीडा में 29 गांवों को स्मार्ट विलेज के तौर पर विकसित करने के लिए काम हो रहे हैं। नौ गांव में पहले चरण का काम पूरा हो गया है। नौ में चल रहा है जबकि दो की निविदा प्रक्रिया चल रही है।
यीडा बोर्ड को बताया गया कि दिसंबर 2026 तक डीपीआर के मुताबिक गांवों को पूरी तरह से स्मार्ट बना दिया जाएगा। गांव में सड़क, सीवर, पेजयल, नाली, पुलिया, स्ट्रीट लाइट, चौपाल, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, बारात घर आदि बनाए जाएंगे। अभी तक साठ करोड़ रुपये यीडा खर्च कर चुका है।
मेडिकल डिवाइस पार्क और अपैरल पार्क की जानी प्रगति
यीडा बोर्ड के सामने मेडिकल डिवाइस पार्क व अपैरल पार्क की प्रगति रिपोर्ट रखी गई। एमडीपी में 50 आवंटियों के भूखंड की रजिस्ट्री व 36 को कब्जा दिया जा चुका है। अपैरल पार्क में 43 आवंटियों को कब्जा मिल चुका है। सात इकाईयों का निर्माण हो रहा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।