ऑटो में शुरू हुई मोहब्बत का बस में खौफनाक अंत, फिल्मी अंदाज में लिखी गई प्रीति यादव की हत्या की स्क्रिप्ट
नोएडा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया जिसमें मोनू नामक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका प्रीति की निर्मम हत्या कर दी। प्रीति, मोनू पर पांच लाख रुपये और शादी का दबाव बना रही थी, जिससे मोनू अपमानित महसूस कर रहा था। गुस्से में आकर मोनू ने प्रीति की हत्या कर दी और उसके सिर को बस से कुचल दिया। पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है।

मुनीश शर्मा, नोएडा। हत्यारोपी मोनू तीन साल पहले प्रीति यादव को ऑटो से छोड़ने जाने के दौरान अपना दिन दे बैठा था। धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे के नजदीक आ गए। मोनू शादीशुदा और तीन बच्चों का बाप था वहीं प्रीति के भी दो बच्चे थे, लेकिन वह पति से अलग रहती थी। इस प्रेम कहानी का अंत इतना खौफनाक होगा, इसका शायद ही दोनों को अंदाजा था।
जब प्रीति की इस प्रेम कहानी का उसके पति को पता चला तो वह उसे और बच्चों को छोड़कर बिहार चला गया था। प्रीति के पास मोनू को अपराध बोध कराने का ठोस कारण था कि उसी की वजह से उसका परिवार टूट गया। वह मोनू से प्लाॅट दिलाने के एवज पांच लाख रुपये देने और शादी कर साथ रहने की जिद कर रही थी।
मोनू के नहीं मानने पर अपमानित कर रही थी। जानकारी होने पर मोनू अपने परिवार से भी अपमान का घूंट पी रहा था। उसने फिल्मी अंदाज में हत्या की पटकथा रची, लेकिन नोएडा पुलिस ने इस पटकथा का सस्पेंस नौ दिन की जांच के बाद खत्म कर दिया।
माेनू के मन में प्रेमिका प्रीति के प्रति गुस्सा इस कदर था कि उसने निर्मम हत्या करने से भी गुरेज नहीं किया। वह करीब छह बजकर 55 मिनट पर सेक्टर 105 पहुंचा था। माेनू ने करीब 15 मिनट बाद ही प्रीति को मार दिया था।
गला व हाथ काटकर शव के पास ही बैठा रहा। गांजा आदि का नशा भी किया था। हर नस से खून निकलना बंद होने पर सिर व हाथ कटे शव को नाले में डालकर बस लेकर गाजियाबाद की ओर बढ़ गया था।
उसके बदले की आग और गुस्सा फिर भी शांत नहीं हुआ। उसने गाजियाबाद सिद्धार्थ विहार पहुंचकर भी कटे सिर के ऊपर से कई बार बस के पहिये उतारे थे। सिर इस कदर कुचल गया कि मांस बालों पर चिपकी हुई अवस्था में मिला।
उम्र में काफी बड़ा था प्रीति का पति
लोगों की ओर से बताया जा रहा है कि प्रीति का पति उम्र में काफी बड़ा था। स्थानीय लोगों में प्रीति को छोटी उम्र में ही खरीदकर लाने, प्रीति को परेशान करने की भी चर्चा है। पति के पहले से ही तीन चार बच्चे थे और प्रीति से दो बच्चे थे।
आपराधिक प्रवृत्ति के होने से वह काफी समय घर पर नहीं रहता था। बच्चों का पालन पोषण करने के लिए प्रीति को फैक्ट्री तक में काम करना पड़ रहा था। माेनू के संपर्क में आकर प्रीति आर्थिक परेशानियों से बच रही थी, लेकिन प्लाट नहीं दिलाने से मोनू को परेशान कर रही थी।

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