नोएडा में क्रूर सौतेले पिता ने पीछा छुड़ाने के लिए दो बच्चों को नाले में फेंककर भागा, पुलिस ने बचाया
नोएडा में एक सौतेले पिता ने दो मासूम बच्चों को नाले में फेंककर मारने की कोशिश की, लेकिन राहगीरों ने उन्हें बचा लिया। आरोपी, जो बच्चों को कानपुर से भगा ...और पढ़ें
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सौतेले पिता ने दो बच्चों को नाले में फेंककर हुआ फरार, पुलिस ने बचाया।
जागरण संवाददाता, नोएडा। एक सौतेला पिता इतना क्रूर भी हो सकता है कि जिम्मेदारी उठाने से बचने के लिए उसने दो मासूमों की हत्या करने की योजना बनाई। दोनों को नाले में फेंककर मारने का प्रयास किया। गनीमत रही कि रहागीरों ने तत्काल उसे देख लिया। पुलिस को सूचना दी। बिना देरी किए पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों बच्चों को बचा लिया।
घटना सेक्टर 142 थाना क्षेत्र के सेक्टर 137 स्थित पारस टियेरा सोसायटी के पास नाले की है। आरोपित व्यक्ति नोएडा में एक फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है। एक महीने पहले कानपुर से अपने कुनबे के भाई की पत्नी और उसके दो बच्चों को भगाकर लाया था।
एक महीने में ही बच्चे उसे बोझ लगने लगे। खर्चा बचाने के लिए उसने बच्चों को मारने की योजना बना डाली। पुलिस ने राहगीर सोमवीर निवासी बुलंदशहर की शिकायत पर आरोपित पिता आशीष को खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
कानपुर नगर के घाटमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला आशीष करीब एक माह पहले अपने कुनबे के भाई की पत्नी को भगा लाया था। महिला अपने साथ चार व तीन साल के दो बच्चों को भी ले आई थी। चारों नोएडा सेक्टर 141 के शहदरा गांव में किराये पर रहने लगे।
आशीष महिला को तो रखना चाहता, लेकिन बच्चों का खर्चा उठाने जैसी आर्थिक जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाना चाह रहा था। उसने बच्चों को कई बार गांव छोड़ आने को बोला, लेकिन महिला राजी नहीं हुई। आशीष बुधवार रात करीब नौ बजे बच्चों को कमरे पर छोड़ महिला को बाजार में खरीदारी कराने ले गया। बीच रास्ते से बहाना बनाकर कमरे पर आया।
बच्चों को घुमाने और टाफी दिलाने के बहाने सेक्टर 137 में नाले के पास लाया। करीब दस फुट गहरे नाले में धक्का देकर भाग गया। गनीमत रही कि बच्चे पानी में डूबे नहीं, बल्कि नाले के किनारे की दलदल में फंसकर रह गए। रोते बिलखते हुए मदद के लिए पुकारने लगे। वहां से गुजर रहे राहगीर ने बच्चों के रोते देखा तो पुलिस को बुलाकर दोनों बच्चों को बाहर निकाला।
मौके पर पहुंचे एसीपी राजीव कुमार गुप्ता व थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्र ने बच्चों को अस्पताल पहुंचाकर प्राथमिक उपचार कराया। बच्चों ने पिता द्वारा फेंके जाने की बात बताई। यह सुनकर सभी के पैरो तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने जानकारी कर कमरे तक पहुंची तो आशीष पत्नी के साथ बच्चों की खोजबीन करते मिला।
महिला को हो रहा है अब पछतावा
महिला को जब घटना बताई गई तो वह रोने लगी। बच्चों को जिंदा देखकर उसकी आंखों में आसू आ गए। महिला को बताया गया कि बच्चों को आशीष ने ही मारने का प्रयास किया है तो वह चिल्ला कर रोने लगे। उसे अपने पति को छोड़कर आशीष के साथ भागकर यहां आने का पछतावा हो रहा था। वहीं एसीपी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपित आशीष को जेल भेज दिया गया है।
साइकोटिक व्यक्तित्व से ग्रसित होते हैं आरोपित
मनोवैज्ञानिक डा. संजीव ने बताया कि ऐसे व्यक्ति साइकोटिक व्यक्तित्व विकार से ग्रसित होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपना लक्ष्य पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। आरोपित ने पहले रिश्तों को तार-तारकर महिला को हासिल किया। महिला और अपने बीच बच्चों को बाधक बनना समझने लगा तो उनको भी रास्ते से हटाने में गुरेज नहीं किया।

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