फ्लैट खरीदारों को बड़ी राहत, ग्रेटर नोएडा में छह प्रोजेक्ट आस्थगन लिस्ट से बाहर; जल्द शुरू हो सकेगा काम
यूपी रेरा ने सात जिलों की 22 परियोजनाओं को आस्थगन सूची से हटा दिया है, जिनमें गौतमबुद्ध नगर की छह परियोजनाएं शामिल हैं। इन परियोजनाओं में 8,856 यूनिट्स का निर्माण होगा, जिससे घर खरीदारों और निवेशकों को राहत मिलेगी। रेरा का उद्देश्य रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता लाना है, और यह फैसला उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए प्रदेश के सात जिलों में स्थित 22 परियोजनाओं को आस्थगन सूची (अबेअंस) से बाहर कर दिया है।
इन परियोजनाओं में कुल 8,856 इकाइयों (फ्लैट, प्लाट और वाणिज्यिक यूनिट्स) का निर्माण किया जाएगा। इनमें से छह परियोजनाएं गौतमबुद्ध नगर की हैं, जिसमें 5663 इकाइयां हैं। यह निर्णय उन परियोजनाओं के पुनरुद्धार की दिशा में एक बड़ा कदम है जिनकी स्थिति लंबे समय से लंबित थी।
क्या है आस्थगन सूची?
रेरा लागू होने के बाद ऐसी कई परियोजनाएं सामने आईं जिनमें पंजीकरण के दौरान बिल्डरों ने आवश्यक दस्तावेज जैसे भूमि अभिलेख, स्वीकृत मानचित्र और यूनिट विवरण रेरा पोर्टल पर अपलोड नहीं किए थे। प्राधिकरण द्वारा इन परियोजनाओं की गहन जांच के उपरांत संबंधित प्रमोटर्स को नोटिस जारी किए गए। अधिकांश बिल्डरों ने यह स्पष्ट किया कि शुरुआती चरण में तकनीकी कारणों और समय की कमी के कारण पूरा विवरण नहीं दे सके।
इसे देखते हुए रेरा ने बिल्डरों की सुविधा के लिए पोर्टल पर जानकारी संशोधित करने की सुविधा प्रदान की थी। बावजूद इसके कई परियोजनाओं में आवश्यक भूमि और मानचित्र से संबंधित दस्तावेज जमा नहीं कराए गए।
प्राधिकरण की 152वीं बैठक निर्णय लिया गया कि ऐसी लगभग 400 परियोजनाओं, जिनमें दस्तावेजों की कमी थी और जिनके बिल्डरों को नोटिस दिए जाने के बावजूद आवश्यक अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए गए, उन्हें आस्थगन श्रेणी यह निर्णय इस उद्देश्य से लिया गया कि खरीदारों और आम जनता को इन परियोजनाओं की स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी मिल सके, जिससे वह निवेश के करते समय सतर्क रहें।
गौतमबुद्ध नगर की छह परियोजनाएं
कुल 350 अस्थगित परियोजनाओं में से 22 परियोजनाओं को बाहर कर दिया गया है। इनमें नोएडा ग्रेटर नोएडा की नोएडा छह परियोजनाएं हैं जिनमें 5,663 इकाइयां हैं। अब इन इकाइयों में निर्माण कार्य दोबारा शुरू हो सकेगा, जिससे हजारों घर खरीदारों और वाणिज्यिक निवेशकों को राहत मिलेगी।
परियोजनाएं जो आस्थगन सूची से हुईं बाहर
- विंस्टन पार्क-3, नोएडा
- जेपी ग्रींस गार्डन आइल्स, नोएडा
- जेपी ग्रींस आर्चर्ड्स, नोएडा
- ग्रीनबे गोल्फ होम्स, नोएडा
- ग्रांप्रीक्स मेगा सूट्स, नोएडा
- गैलेक्टिक सिटी यूनिवर्सल टावर, नोएडा
आस्थगन सूची से बाहर आने के लाभ
आस्थगन सूची से बाहर आने से घर खरीदारों, बिल्डरों और प्रदेश की अर्थव्यवस्था तीनों को समान रूप से लाभ होगा। जिन खरीदारों के सपनों के घर लंबे समय से अधर में थे, उनके लिए अब निर्माण कार्य फिर शुरू हो सकेंगे। इससे न सिर्फ आवासीय इकाइयां समय पर पूरी हो सकेंगी, बल्कि लोगों को अपने घर का हक मिलेगा।
रेरा का उद्देश्य रियल एस्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और विश्वास स्थापित करना है। जिन परियोजनाओं ने अब सभी आवश्यक दस्तावेज पूरे कर दिए हैं, उन्हें सूची से बाहर निकालना उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न सिर्फ घर खरीदारों को राहत मिलेगी बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी बढ़ोतरी होगी।
संजय आर भूसरेड्डी, अध्यक्ष, यूपी रेरा

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