UP के इस जिले में डेंगू के 19 मरीज मिलने से फैली सनसनी, छह बेड का अस्पताल शुरू
उत्तर प्रदेश के एक जिले में डेंगू के 19 मामले सामने आने से सनसनी फैल गई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने तुरंत छह बेड का एक अस्पताल शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए पूरी तरह से तैयार है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।

संवाद सहयोगी, बीसलपुर। रसिया खानपुर में बुखार की तपीश से ग्रामीणों में खलबली मची हुई है। करीब एक दर्जन से अधिक लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है। गांव में अब तक 19 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। हालात को देखते हुए आयुष्मान मंदिर में छह बेड का अस्पताल शुरु किया गया है। शनिवार को सीएमओ डा. आलोक कुमार ने गांव में लगी विभाग की टीमों को दिशा निर्देश दिए।
रसिया खानपुर में पिछले 26 दिनों से बुखार से गांव में नौ मृत्यु होने के बाद का बु़खार की लहर पर स्वास्थ्य विभाग नकेल नहीं कस पा रहा है। विभाग की टीमों के द्वारा ग्रामीणों की जांच किए जाने के बाद भी स्थिति दयनीय बनी हुई है। गांव के लोग प्राइवेट इलाज कराने को मजूबर हो रहे है।
गांव के भूरे शाह, जवान शाह, कल्लू शाह, शमशाद खान, रिजवान सहित अन्य परिवार के आधा दर्जनसे अधिक लोग तेज बुखार से तप रहे है। इनका इलाज बरेली के प्राइवेट अस्पताल में हो रहा है। स्वजन के मुताबिक सभी की हालत गंभीर बनी हुई है।
आयुष्मान मंदिर में शुरु किया छह बेड का अस्पताल
गांव में बुखार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। करीब 26 दिन में गांव में नौ मृत्यु होने पर स्वास्थ्य विभाग ने तत्पर्यता दिखाते हुए छह बेड का अस्पताल शुरु किया है। वहां गांव के एक बालक सहित तीन लोगों का अपचार किया जा रहा है। शनिवार को सीएमओ डा. आलोक कुमार ने गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
इन लोगों की हो चुकी मृत्यु
बुखार से गांव की सुनीता देवी 55, तसरुन 22, इशरततुल्लाह उर्फ बाबू मास्टर 77, सुन्नबर सहित आलम के नवजात बेटे की मृत्यु हो गई।
आयुष्मान मंदिर पर छह बेड डलवा दिए गए, दो कर्मचारी रात्रि में केंद्र पर तैनात रहकर मरीजों का उपचार करेंगे। एक एंबुलेंस भी कराई गई है। गांव में फागिंग कराई जा रह है। पानी की निकासी के लिए जेसीबी मशीन से नाला खुदवाया जा रहा है। डा. आलोक कुमार, सीएमओ
टीमे गांव में सुबह शाम फागिंग व लार्वा समाप्त करने को छिड़काव कर रही है। शिविर लगाकर मरीजों को दवाइयां दी जा रही है। प्रशासन की ओर से कोई भी लापरवाही नहीं बरती जा रही है। गांव के हालात ठीक हो रहे है। नागेंद्र पांडे, एसडीएम
गांव में बुखार से नौ लोगों की मृत्यु हो चुकी है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के उपचार के लिए अभी तक प्रभावी कदम नहीं उठाएं गए है। -रफी तुल्ला हुसैन
गांव में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार की बेहतर व्यवस्था न होने के कारण मरीजों को विवश होकर प्राइवेट चिकित्सालय में इलाज करना पड़ रहा है। -नन्हे वेगपिछले 25 दिनों से हमारे गांव में सैंकड़ों लोग बुखार से पीड़ित चल रहे है। शासन-प्रशासन स्तर से उपचार की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। -रईस बेग
गांव में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। सफाई के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बुखार का प्रकोप बना हुआ है। -मुन्ने हुसैन
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