Pilibhit Rain Update: आज और कल बंद रहेंगे स्कूल, अफसरों के घरों में घुसा पानी... राज्यमंत्री और DM शहर में निकले
पीलीभीत में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों के घरों में भी पानी घुस गया है। जिला अस्पताल और अन्य सरकारी दफ्तरों में भी पानी भर गया है। लगातार बारिश के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया है और नदियां उफान पर हैं।

जागरण संवाददाता, पीलीभीत। तराई के जिले में बारिश का कहर जारी है। जिला मुख्यालय स्थित शहर के अधिकतर हिस्सों में जलभराव होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। आमलोगों के साथ साथ अब आफिसर्स कालोनी में भी घरों में पानी घुस गया है। जिस कारण कई अधिकारियों को होटल में शरण लेनी पड़ी है।
वहीं जलभराव से निजात पाने के लिए हाईवे की सड़क काटने की तैयारी कर ली गई है। सोमवार को राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार एवं जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बारिश के बीच जलभराव का जायजा लिया। जलभराव की समस्या को लेकर नाराज लोगों ने रोड जाम कर प्रदर्शन किया।
शहर के अधिकतर हिस्सों में जलभराव होने से जनजीवन प्रभावित
जिले में लगातार हो रही बारिश से मुहल्लों में जलभराव होने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। कलेक्ट्रेट की आफिसर कालोनी में भी अधिकारियों और कर्मचारियों के आवासों में पानी पहुंच गया है। ऐसे हालात से अधिकारी और कर्मचारी चिंतित है।
सोमवार रात में अचानक अधिकारियो के कमरों तक पानी पहुंचने से सामान छोड़ कर आनन फानन में परिवार को सुरक्षित स्थानों पर किए जाने की तैयारी करने लगे है। कोई होटल में शरण लेने की सोच रहा है। तो किसी ने अन्य सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए सुकून की तलाश करने में लगे है।
लगातार हो रही बारिश से ऑफिसर्स कॉलोनी में एडीएम वित्त, प्रशासन, एआरटीओ, सीडीओ, सीटी मजिस्ट्रेट सहित तमाम अधिकारियों के आवासों तक पानी पहुंच गया। ऐसे में उन्हें बारिश के भरे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।
बाजारों में भी चहलपहल नहीं दिख रही, तमाम दुकानें खुली ही नहीं
वहीं कलेक्ट्रेट रोड पर हुए जलभराव से सुबह कचहरी और विकास भवन दफ्तर पहुंचने के लिए भी कर्मियों व बाबुओं को मुश्किलें होती रही। टनकपुर बरेली हाईवे समेत शहर की हर सड़क पर पानी होने के कारण रास्ते में जगह जगह जाम की भी स्थितियों से जूझना पड़ा। इसी के साथ जिला अस्पताल के भी हालात बेहद खराब है। अस्पताल के गेट पर ही घुटनों तक पानी भर जाने से मरीज और तीमारदारों को पानी में घुसकर ही निकलना पड़ रहा है।
इमरजेंसी के सामने पानी भरा, मरीज परेशान
इमरजेंसी के सामने करीब दो फीट पानी भर होने से मरीजों को स्ट्रेक्चर पर लिटाकर कर पानी से गुजरना पड़ रहा है। वहीं पर्चा काउंटर तक लबालब जल भराव है। इसी तरह जिला विद्यालय निरीक्षक, जल निगम कार्यालय, शारदा नहर खंड अधिशासी अभियंता कार्यालय सहित अन्य सरकारी दफ्तरों तक पानी पहुंच गया है।
झमाझम बारिश से सड़कें लबालब
तराई के जिले में शहर से लेकर देहात तक लगातार हो रही झमाझम बारिश अपना कहर बरपा रही है। गुरुवार सुबह से शुरू हुई बारिश सोमवार सुबह को भी अपना मिज़ाज दिखा रही रही थी। जिससे शहर के सभी मोहल्ले के साथ कई स्थानों पर जलभराव हुआ है, साथ ही सड़क भी लबालब हुई है। बारिश को देखते हुए स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया गया है।
मौसम विभाग का है ये पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश 159 मिमी दर्ज की जा चुकी है। वहीं यह बारिश दो सितंबर तक होने का अनुमान लगाया है। इधर लगातार हो रही बारिश से शारदा और देवहा नदी का भी जल स्तर बढ़ने लगा है। जिससे नदियों के किनारे बसे लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई है।
सुबह से शाम तक बारिश
शुक्रवार सुबह से शुरू हुई बारिश प्रतिदिन तो जारी है। लेकिन रविवार रात से शुरू हुई बारिश का मिजाज कुछ अलग दिखा। घने बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ शुरू हुई बारिश ने शहर से लेकर देहात तक जन जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। दोपहर को कुछ देर के लिए बारिश थमी भी, जो शाम को फिर बूंदाबांदी के साथ शुरू हो गई। बारिश के दौरान सड़कों पर हुए जल भराव हो गया।
वहीं रात से बारिश पुनः शुरू हो गई। जिससे सड़कों के हालत फिर वैसे ही हो गए। वहीं रविवार रात से शुरू हुई बारिश सोमवार को पूरे दिन होती रही। सड़कों पर हुए जलभराव से राहगीरों को निकलना पड़ा। इस दौरान सड़के दुबारा तालाब में तब्दील हो गई।
घरों और दुकानों में भरा पानी
रविवार रात से हो रही बारिश ने शहर की सड़कों का नजारा ही बदल दिया है। सोमवार पूरे दिन हुई बारिश से शहर में दुकानों से लेकर घरों तक पानी पहुंच गया। जिसे लोग निकालने में जुटे हुए है। शहर के अशोक कॉलोनी, नई वस्ती, बल्लभनगर, भूरें खां, रामबहादुर, राजीव, एकता नगर, गोदावरी एस्टेट, स्टेशन रोड, छतरी चौराहा, गौहनिया चौराहा, जिला अस्पताल, कचहारी सहित तमाम इलाकों में पानी घरों और दुकानों में घुस गया है।
सबसे ज्यादा हालात स्टेडियम रोड और कलेक्ट्रेट रोड पर खराब दिखे। यहां छोटे दुकानदारों की दुकानों में पानी भर गया। जिसे बंद कर उन्हें जाना पड़ा। इस दौरान शहर के अन्य व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
नगर पालिका की सफाई व्यवस्था पर उठे सवाल
बारिश के दौरान सड़कों पर हो रहे जल भराव का मुख्य कारण नाल नालियों की बेहतर सफाई नहीं होना बताया जा रहा है जिससे शहर में बाढ़ के हालत बने हुए है। शहर के लोगों का आरोप है कि शहर में सफ़ाई न होने से नाला, नालियां चोक हो गई है। जिस कारण सड़कों पर जल भराव हुआ है।
विकास भवन में कार्यालय की टपक रही छत
जिले के विकास के लिए बनाया गया विकास भवन खुद ही बदहाल है। भवन के कई कार्यालय ऐसे हैं जिनमें रखे दस्तावेज छत से टपक रहे पानी से खराब हो रहे हैं। सबसे ज्यादा हाल खराब तो सहकारिता कार्यालय के हैं, जहां अधिकारी के कार्यालय और दस्तावेज कार्यालय दोनों में पानी टपक रहा है। इस दौरान कर्मचारियों को कार्य करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल भू तल, प्रथम तल तथा द्वितीय तल पर भी है। जहां लगातार पानी टपकने से अधिकारी से लेकर कर्मचारी परेशान हैं लेकिन टपक रहे पानी के पीछे उन्हीं की लापरवाही है।
टनकपुर हाइवे पर हुआ गड्ढा, खड़ा किया केला के पेड़ का तना
लगातार हो रही बारिश के चलते टनकपुर हाईवे का भी हाल खराब हो गया है। नौगवां चौराहे से कलेक्ट्रेट तक सैकड़ो गड्ढे हो गए हैं। इसी बीच शहर के अशोक कॉलोनी के सामने हाईवे पर हुआ गड्ढा जानलेवा बन गया है। बारिश के दौरान गड्ढे का आकार और बढ़ जाने से राहगीर गिर रहे है। जिसमें अब केले के पेड़ को खड़ा कर दिया है। जिससे कि वाहन चालकों को गहरे गड्ढे का संकेत हो सके।
दो और दिन सितंबर को बंद रहेंगे स्कूल
जनपद में लगातार हो रही बरसात के दौरान स्कूलों में हुए जल भराव के दृष्टिगत कक्षा एक से लेकर आठ तक संचालित सभी स्कूलों में दो और तीन सितंबर का अवकाश रहेगा।
जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में हो रही लगातार बारिश से स्कूलों में जल भराव हो गया है। विद्यालय पहुंचने पर छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होने की स्थिति को देखते हुए दो और तीन सितंबर का अवकाश घोषित किया जाता है।
जलभराव की समस्या को लेकर किया प्रदर्शन
शहर में ओम लान के पास कृष्ण विहार कालोनी के लोगों ने जलभराव की समस्या को लेकर रोड जाम कर नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी देर तक वहां लोग हंगामा करते रहे। इसकी सूचना मिलने पर राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह के साथ बारिश में ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को जलभराव से जल्द निजात दिलाने का भरोसा दिया।
जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण करते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को जल निकासी हेतु प्रबंध किए जाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व ऋतु पुनिया, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संजीव कमार, नगर पालिका परिषद सहित अन्य अधिकारी उपस्थित है।
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