Smart Meter: घरों तक ही नहीं फीडरों पर भी लगाए जा रहे स्मार्ट एनर्जी मीटर, खपत का होगा ‘पाई-पाई’ का हिसाब
प्रतापगढ़ में बिजली चोरी रोकने के लिए बिजली विभाग फीडरों पर स्मार्ट मीटर लगा रहा है। शहर के बाद अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह कार्य होगा। फीडर से लेकर घर तक की बिजली खपत का हिसाब रखा जाएगा ताकि लाइन लॉस कम किया जा सके। एक्सईएन सदर रामाश्रय चौरसिया ने बताया कि इससे बिजली व्यवस्था में सुधार आएगा।

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़। बिजली चोरी रोकने व निर्बाध बिजली देने के लिए उपभोक्ताओं के घरों तक ही स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा रहे हैं। फीडरों पर भी उनका सेटअप किया जा रहा है। फीडर से लेकर घर तक खपत होने वाली बिजली का ‘पाई-पाई’ का हिसाब होगा़, ताकि बिजली चोरी पर अंकुश लग सके।
लाइनलास पर रोक लगे और उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिल सके। शहर में इसका कार्य पूरा हो गया है। अब गांव के फीडरों पर भी कार्य अंतिम चरण में हैं। जिले में चार विद्युत वितरण पारेषण खंड है। सदर, कुंडा, लालगंज व रानीगंज। जिले में 258 फीडर हैं। जिले में 5.80 लाख उपभोक्ता हैं।
जनपद में 168 मिलियन यूनिट बिजली की खपत है। इसमें 19.42 प्रतिशत लाइन लॉस हो रहा है। इसमें बिजली चोरी से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। इसे रोेकने के लिए बिजली विभाग की ओर से चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। एक्सईएन, एसडीओ, जेई और लाइनमैन इन सभी को जिम्मेदारी मिली है। सभी के जिम्मे फीडर की मॉनीटरिंग है। इसके अलावा लाइनलास पर भी नजर रहेगी। फीडर पर उपभोक्ताओं की संख्या कितनी है। उसके सापेक्ष कितनी खपत है। खपत आकलन होगा।
फीडर पर स्मार्ट एनर्जी मीटर लगाया गया है। शहर के सभी फीडरों पर इसे लगाया गया है। गांवों में भी इसे लगाने का कार्य चल रहा है। कार्य अंतिम चरण में हैं। माहभर में फीडर दी जाने बिजली का स्मार्ट एनर्जी मीटर से आंकलन किया जाएगा। इसके बाद उस फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं के घरों में लगे स्मार्ट मीटर से रीडिंग का आकलन किया जाएगा। दोनोें का मिलान होगा। इससे लाइनलास का आकलन करेंगे। इस पर रोक लगाने का प्रयास किया जाएगा। एक्सईएन सदर रामाश्रय चौरसिया बताया कि बिजली व्यवस्था को और बेहतर बनाने का प्रयास जारी है। इस पहल से बिजली व्यवस्था में काफी बदलाव आएगा।
आंकड़ों पर एक नजर
254 फीडर
02 वर्कशॉप
168 मिलियन यूनिट एक माह में खपत
एक नजर डिवीजन व उपभोक्ता पर
डिवीजन - उपभोक्ता
डिवीजन सदर प्रथम - 1,67,293
डिवीजन कुंडा द्वितीय - 1,007,59
डिवीजन लालगंज तृतीय - 1,22,694
डिवीजन रानीगंज चतुर्थ - 1,10,806
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