Student Death Case: शिवाय को क्यों व किसने पीटा? पुलिस ने दर्ज किया बयान
प्रयागराज के नैनी स्थित डीडीएस कांवेंट स्कूल में नर्सरी के छात्र शिवाय जायसवाल की मौत के मामले में पुलिस ने स्कूल प्रशासन शिक्षिकाओं और कर्मचारियों से पूछताछ की। शिवाय को क्यों और किसने पीटा और उसे पानी क्यों नहीं दिया गया जैसे सवाल पूछे गए। पुलिस ने स्लाइड और बिसरा को जांच के लिए भेजा है। परिजनों ने स्कूल पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

जागरण संवाददाता, नैनी/प्रयागराज। महेवा स्थित डीडीएस कांवेंट स्कूल में गुरुवार सुबह नर्सरी के छात्र चार वर्षीय शिवाय जायसवाल की हुई मौत के मामले में शनिवार को नैनी पुलिस स्कूल पहुंची। प्रबंधतंत्र, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों से पूछताछ की गई। अधिकांश का बयान भी दर्ज किया गया।
शेष का बयान बाद में दर्ज करने की बात कही गई। सभी से यही पूछा गया कि शिवाय को क्यों और किसने पीटा? पानी मांगने पर उसे पानी क्याें नहीं दिया गया? बेहोश होने पर अस्पताल ले जाने के बजाय उसके घरवालों को फोन कर उनका इंतजार क्यों किया गया? ऐसी की तमाम सवाल पूछे गए। जिसने जो जवाब दिया, बयान में दर्ज किया गया।
महेवा पश्चिम पट्टी निवासी वीरेंद्र जायसवाल की जनरल स्टोर की दुकान है। उनके तीन बच्चों में सबसे छोटा चार वर्षीय पुत्र शिवाय जायसवाल डीडीएस कांवेंट स्कूल में नर्सरी में पढ़ता था। गुरुवार सुबह 10:13 बजे वीरेंद्र के मोबाइल पर फोन आया कि उनका पुत्र बेहोश हो गया है।
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इसके बाद शिवाय को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। घरवालों ने दो शिक्षिकाओं पर पिटाई का आरोप लगाया था। उसी स्कूल में कक्षा दो में पढ़ने वाले शिवाय के बड़े भाई सुमित ने बताया था कि दो शिक्षिकाओं ने उसके सामने शिवाय को डंडे से पीटा था।

मृतक शिवाय जायसवाल की फाइल फोटो
कमर के नीचे और गर्दन के पास कई बार डंडे मारे गए थे। रोने पर उसका मुंह भी दबाया जा रहा था। कई थप्पड़ भी मारे गए थे, जिससे उसका सिर बेंच से टकरा गया था और वह नीचे गिर गया था। करीब दस मिनट तक वह पानी मांगता रहा और फिर खामोश हो गया था।
पुलिस ने दो अज्ञात शिक्षिकाओं के खिलाफ गैरइरातन हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट मिली थी। उसके नाजुक अंग में चोट मिली थी, जिस पर स्लाइड को सुरक्षित कर लिया गया था। डाक्टरों ने बिसरा भी सुरक्षित किया था।
शनिवार को पुलिस ने स्लाइड व बिसरा की जांच के लिए उसे विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवाया। साथ ही सुबह स्कूल का ताला खुलने की जानकारी हुई तो पुलिस टीम वहां भी पहुंची। इंस्पेक्टर नैनी बृजकिशोर गौतम का कहना है कि शुक्रवार को मृतक के स्वजन का बयान दर्ज किया गया था।
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शनिवार को स्कूल के प्रबंधतंत्र, शिक्षिकाओं व कर्मचारियों से पूछताछ की गई। अधिकांश का बयान भी दर्ज किया गया। इसमें जिन दो शिक्षिकाओं पर आरोप लगा है, उनका बयान दर्ज हुआ या नहीं, इस पर इंस्पेक्टर ने कुछ भी साफ तौर पर बताने से इन्कार कर दिया।
कक्षा में मौजूद बच्चों से भी पुलिस करेगी बातचीत
गर्मी की छुट्टी को देखते हुए स्कूल 31 जुलाई तक बंद कर दिया गया है। ऐसे में पुलिस ने उस दिन जिस कक्षा में घटना हुई थी, वहां मौजूद बच्चों के नाम व पते के बारे में जानकारी ली है। जरूरत पड़ने पर पुलिस इन बच्चों से भी बात करेगी।
डॉक्टरों से की गई वार्ता
पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर नैनी पुलिस डाक्टरों से भी वार्ता करेगी। इंस्पेक्टर नैनी बृजकिशोर गौतम का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में चोट मिली थी। इसी वजह से मौत होने की संभावना जताई गई। हालांकि, पूरी तौर पर इसे स्पष्ट नहीं किया गया है और बिसरा भी डाक्टरों ने सुरक्षित कर लिया। ऐसे में डाक्टरों से बातचीत कर समझा जाएगा कि मौत की स्पष्ट वजह क्या थी।

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