UP News: ऑनलाइन उपस्थिति देने में गुरुजी की रुचि नहीं, प्रयागराज मंडल छात्रों की उपस्थिति में अव्वल
प्रदेश के बेसिक स्कूलों में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति में भारी कमी देखी जा रही है। 1,32,643 स्कूलों में से कुछ ही शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई है, जिससे शिक्षा विभाग चिंतित है। प्रयागराज मंडल छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति में सबसे आगे है, लेकिन शिक्षकों की उपस्थिति में सुधार की आवश्यकता है। अधिकारियों ने शिक्षकों से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने की अपील की है।

अमलेन्दु त्रिपाठी, प्रयागराज। बेसिक स्कूलों का पठन-पाठन सुधारने को तमाम कदम उठाए जा रहे हैं। विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए विद्यालयों को संसाधन युक्त बनाया जा रहा है। साथ ही शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने पर जोर है। इसके तहत आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का नियम बना है, जिसमें शिक्षक रुचि नहीं ले रहे हैं।
प्रदेशभर में कुल 1,28,98,383 विद्यार्थियों में से 21,65,138 अर्थात 16.79 प्रतिशत की उपस्थिति आनलाइन दर्ज की गई, जबकि शिक्षकों के लिए यह आंकड़ा प्रदेश में मात्र .02 प्रतिशत है। कुल 1,32,643 स्कूलों के 6,12,642 शिक्षकों में से पहली पाली में मात्र 93 और दूसरी पाली में मात्र 58 अर्थात .01 प्रतिशत शिक्षक आनलाइन उपस्थित दर्ज करा रहे हैं। ये आंकड़े राज्य परियोजना कार्यालय से जारी किए गए हैं।
शासन स्तर से शिक्षकों की आनलाइन उपस्थिति को यूं तो अनिवार्य नहीं किया गया है लेकिन इसे लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय सख्त हो रहा है। राज्य परियोजना कार्यालय की ओर से 17 अक्टूबर को जारी आंकड़े पर गौर करें तो प्रयागराज में कुल 2,839 स्कूलों में 15,264 शिक्षक हैं।
यहां प्रथम पाली में मात्र चार शिक्षकों व द्वितीय पाली में सिर्फ एक शिक्षक ने आनलाइन उपस्थिति दी। चित्रकूट व फर्रुखाबाद में सात, बदायूं में छह, हाथरस व लखनऊ में चार, हरदोई व सीतापुर में पांच, एटा, आंबेडकर नगर, आजमगढ़, बरेली, वाराणसी व अलीगढ़ में तीन, गाजियाबाद में एक, संत कबीरनगर, जौनपुर, अयोध्या व प्रतापगढ़ में दो शिक्षकों ने प्रथम पाली में आनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई।
हापुड़, महोबा, कासगंज, इटावा, अमेठी, मुजफ्फरनगर, औराई, हमीरपुर, सहारनपुर, सोनभद्र, सुलतानपुर, फिरोजाबाद, बाराबंकी, आगरा, बिजनौर, खीरी, महराजगंज, फतेहपुर, बहराइच, शाहजहांपुर, बुलंदशहर, बलिया, बांदा, मथुरा में एक-एक शिक्षक ने आनलाइन उपस्थिति दी।
शेष जिलों में एक भी शिक्षक ने आनलाइन उपस्थिति नहीं दर्ज कराई। बेसिक शिक्षाधिकारी प्रयागराज देवव्रत सिंह का कहना है कि शिक्षकों को अपनी विश्वसनीयता बढ़ाने और दूसरों के लिए प्रेरक बनने के लिए शत प्रतिशत आनलाइन उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए। इसके लिए उन्हें विभाग से टैबलेट और सिमकार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। ऐसा करने पर वे पारदर्शिता और स्वस्थ कार्यशैली का भी उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।
छात्रों की आनलाइन उपस्थिति में प्रयागराज मंडल अव्वल
छात्र-छात्राओं की आनलाइन उपस्थिति के बिंदु को सीएम डैस बोर्ड में शामिल कर लिया गया है। इससे जिलों की रेटिंग तय की जाएगी। राज्य परियोजना कार्यालय से 16 अक्टूबर को जारी आंकड़े के अनुसार सबसे अच्छी स्थिति प्रयागराज मंडल की है। यहां कुल 50.19 प्रतिशत विद्यार्थियों की आनलाइन उपस्थिति दर्ज की गई।
जिलेवार यह आंकड़ा प्रतापगढ़ में 8.8, कौशांबी में प्रदेश में सबसे अधिक 85.50 प्रतिशत और प्रयागराज में 77.28 प्रतिशत है, जो कि प्रदेश में दूसरा स्थान है। अयोध्या मंडल में 24.07, चित्रकूट मंडल में 10.82 तिशत बच्चों की आनलाइन उपस्थिति दर्ज की गई।
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