Prayagraj Flood Alert : गंगा-यमुना और टोंस नदियां फिर खतरे के निशान के करीब, प्रयागराज में अभी और बढ़ेगा पानी
Prayagraj Flood Alert भारी वर्षा से मध्य प्रदेश और राजस्थान की नदियों का पानी यमुना में मिल रहा है जबकि रामगंगा नदियों का पानी गंगा में आ रहा है। माताटीला नरौरा और कालागढ़ बांध के 32 फाटक खोले गए हैं जिससे प्रयागराज के तटीय क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Prayagraj Flood Alert भारी वर्षा के चलते मप्र, राजस्थान, हरियाणा व उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बहने वाली नदियां उफान पर हैं। मध्य प्रदेश की केन, बेतवा तथा राजस्थान की चंबल नदी का पानी यमुना में आ रहा है। वहीं रामगंगा, गर्रा, खन्नौत, भैंसी नदियों का पानी गंगा में आ रहा है।
इसके अलावा माताटीला, नरौरा और कालागढ़ बांध के 32 फाटक खोल दिए गए हैं। हरिद्वार, बिजनौर व कानपुर बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है, जो गंगा में आ रहा है। इससे प्रयागराज शहर व देहात के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की फिर परेशानी बढ़ सकती है।
गंगा और यमुना के साथ ही टोंस नदी इस वर्ष खतरे का निशान दूसरी बार भी पार कर सकती हैं। इस साल गंगा-यमुना में में पांच बार बाढ़ आई। एक बार दोनों नदियां खतरे का निशान पार कर गई थी। तब 200 गांव और 60 मोहल्ले बाढ़ की चपेट में आ गए थे। ढाई लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे, जिसमें 16 शरणालयों में 11 हजार से ज्यादा बाढ़ पीड़ितों ने शरण लिया था।
एक बार फिर गंगा-यमुना के साथ टोंस का जलस्तर बढ़ रहा है। तीनों नदियां खतरे के निशान से दो मीटर नीचे हैं। रविवार शाम तक और पानी बढ़ेगा। बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ ही पीएसी बाढ़ राहत दल और जल पुलिस की टीमें लगा दी गई हैं। शहर में कैंट विवाह घर तथा बघाड़ा में एनीबेसेंट स्कूल में शरणालय शुरू कर दिए गए हैं, जहां बाढ़ पीड़ित कई परिवार पहुंच गए हैं।
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