Smart Meter : प्रयागराज में बिछ रहा स्मार्ट मीटर का जाल, उपभोक्ता बिल रीडिंग को क्रास चेक कर सकते हैं
बिजली विभाग की ओर से प्रयागराज में घर-घर इन दिनों स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को अधिक बिल लोड आदि समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा घर बैठे ही बिजली का बिल जमा करने की भी सुविधा मिलेगी। उन्हें उपकेंद्र में जाकर लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। बिलिंग सिस्टम को और परदर्शी बनाने के लिए स्मार्ट मीटरों का प्रयागराज में जाल बिछाया जा रहा है। उपभोक्ताओं की अधिक बिल, लोड, बिना रीडिंग के बिल समेत अन्य समस्याओं को देखते हुए यह व्यवस्था शुरू की गई है। साथ ही लोगों को स्मार्ट मीटर को लेकर किसी प्रकार का संशय न रहे, इसके लिए रीडिंग की क्रास चेकिंग की व्यवस्था बनाई गई है।
शहर के सात डिवीजन में लगने हैं स्मार्ट मीटर
शहर के सात डिवीजन में 3.10 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने हैं। इसमें अब तक 28336 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लग चुका है। इसमें नैनी डिविजन में 3306, रामबाग में 942, कल्याणी देवी 2485, करैलाबाग 2116, बमरौली में 15770, मेयोहाल में 3144 और टैगोर टाउन में 573 उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगा चुका है। सर्वाधिक स्मार्ट मीटर बमरौली डिवीजन में लगा है। हालांकि, इन मीटरों को पहले उन क्षेत्रों में लगाया जा रहा है, जहां लाइनलास के मामले अधिक हैं।
स्मार्ट मीटर से बिलिंग सिस्टम पूरी तरह पारदर्शी
मुख्य अभियंता प्रथम राजेश कुमार ने बताया कि पुरानी बिलिंग प्रणाली और गलत रीडिंग से जुड़ी समस्याओं को खत्म करने के लिए स्मार्ट मीटर अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। अब तक 28,336 उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से जोड़ा जा चुका है, जिससे बिलिंग सिस्टम पूरी तरह पारदर्शी हो गया है। वहीं पर सबसे अधिक उपभोक्ताओं के पोस्ट पेड मीटर को प्रीपेड मीटर में बदला गया है।
मोबाइल पर ही बिल जमा करने की सुविधा
स्मार्ट मीटर लगने के बाद अब उपभोक्ताओं को उपकेंद्रों पर जाकर लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। मोबाइल या कंप्यूटर से तत्काल बिल जमा हो रहा है। स्मार्ट मीटर रहने की वजह से कौन-सा उपकरण ज्यादा बिजली खा रहा है, यह उपभोक्ता रियल टाइम में देख भी रहे हैं, जिस कारण लोग जरूरत से ज्यादा उपकरण नहीं चला रहे हैं।
बिजली की कम हो रही खपत
मुख्य अभियंता ने बताया कि स्मार्ट मीटर से बिजली की खपत कम हो रही है और लोगों के बिल भी कम आने लगे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि स्मार्ट मीटर के जो भी उपभोक्ता मीटर तेज चलने की शिकायत कर रहे हैं, उनके यहां क्रास चेकिंग के लिए टीम भेजी जा रही है। स्मार्ट के बगल चेक मीटर लगाया जा रहा है, ताकि उपभोक्ता को संतुष्ट किया जा सके कि स्मार्ट मीटर में चल रही रीडिंग सही है।
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