Diabetes संग मोटापा भी है तो आपके लिए ये दवा कारगर है, सप्ताह में एक बार इंजेक्शन से लेनी होगी, विशेषज्ञ दे रहे सलाह
टाइप-2 डायबिटीज और मोटापे से परेशान लोगों के लिए एक नई दवा आई है। यूएस में बनी टिरजेपेटाइड फार्मूले पर आधारित इस दवा को सप्ताह में एक बार इंजेक्शन से लेना होता है। प्रयागराज के मधुमेह विशेषज्ञ डा. सुबोध जैन ने बताया कि यह दवा रक्त शर्करा और भूख को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह दवा वजन घटाने और मेटाबॉलिक बीमारियों में भी मददगार है। ।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। जिन लोगों को टाइप-टू डायबिटीज है और मोटापे से ग्रसित हैं, उनके लिए चिकित्सा जगत में यूनाइटेड स्टेट्स (US) में बनी एक दवा कारगर साबित हो सकती है। टिरजेपेटाइड फार्मूले पर यह दवा बनी है जिसे सप्ताह में एक बार इंजेक्शन के माध्यम से लेना होता है। यह रिसेप्टर एगोनिस्ट के रूप में काम करती है। हालांकि इसके प्रयोग से पहले अपने डाक्टर से जरूर सलाह ले लें।
इसमें शामिल औषधीय तत्व शरीर में मौजूद दो प्राकृतिक हार्मोन की नकल करता है जो रक्त शर्करा और भूख को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसमें जीएलपी-प्रथम (ग्लूकागन जैसा पेप्टाइड) इंसुलिन को नियंत्रित करता है, पाचन क्रिया को धीमा करता है और भूख को कम करता है। जीआइपी (ग्लूकोज निर्भर इंसुलिनोट्रोपिक पालीपेप्टाइड) इंसुलिन उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है और वसा चयापचय में मदद करता है।
यह जानकारी इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएश्न के भवन में प्रसिद्ध मधुमेह विशेषज्ञ डा. सुबोध जैन ने वैज्ञानिक संगोष्ठी में दी। इसकी अध्यक्षता एएमए के अध्यक्ष डा. जेवी राय ने की। बताया कि नई दवा मोटापा प्रबंधन में उपयोगी है।
हाल ही में प्रकाशित साक्ष्य के विषय पर बोलते हुए डा. सुबोध जैन ने कहा कि टाइप-टू डायबिटीज और मोटापे का प्रबंधन हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। इसके लिए अक्सर दवाओं, जीवनशैली में बदलाव और निरंतर निगरानी की आवश्यकता होती है। चिकित्सा विज्ञान में हाल ही में हुई प्रगति ने एक गेम चेंजर पेश किया है। टिरजेपेटाइड फार्मूले की दवा टाइप टू डायबिटीज के प्रबंधन के तरीके को बदल रही है।
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वजन बढ़ने और मेटाबॉलिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए भी इसमें असाधारण संभावनाएं दिखा रही है। डा. सुबोध जैन ने बताया कि मरीज जो दवा नियमित ले रहे हैं वह साथ में चलती रहेंगी।
यह एक साप्ताहिक इंजेक्शन है जो हजारों लोगों के जीवन को बदल रहा है। कहा कि यह इंजेक्शन रक्त शर्करा नियंत्रण और वजन घटाने में मदद करता है।
एएमए के अध्यक्ष, चेयरपर्सन डा. जीएस सिन्हा, डा. विनीत अग्रवाल और एमके मदनानी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वैज्ञानिक सचिव डा. अनुभा श्रीवास्तव ने संचालन किया। सचिव डा. आशुतोष गुप्ता ने आभार जताया। डा. कमल सिंह, डा. अशोक कुमार मिश्रा, डा. अशोक अग्रवाल, डा. सुजीत सिंह, डा. सुभाष चन्द्र वर्मा, डा. अनूप चौहान, डा. उत्सव सिंह आदि उपस्थित रहे।
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