प्रयागराज में भीषण सड़क हादसा, ट्रक की टक्कर से पिता-पुत्री की दर्दनाक मौत, बेटी को स्कूल से लाते समय लेप्रोसी चौराहे पर घटना
प्रयागराज के नैनी स्थित लेप्रोसी चौराहे पर एक दर्दनाक हादसे में स्कूटी सवार पिता और बेटी की मौके पर ही मौत हो गई। ट्रक ने स्कूटी में टक्कर मारा था। करेली निवासी रत्नेश श्रीवास्तव बेटी यशी को स्कूल से लेकर घर लौट रहे थे तभी हादसा हुआ। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

संसू, नैनी (प्रयागराज)। प्रयागराज में मंगलवार दोपहर दर्दनाक सड़क हादसे में पिता और पुत्री की जान चली गई। दोनों स्कूटी पर सवार थे और ट्रक ने टक्कर मारा था। दुर्घटना लेप्रोसी चौराहे पर हुई। हादसे के बाद वहां काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। हादसे के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। नैनी पुलिस घटनास्थल व उसके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है।
बताया जाता है कि करेली थाना क्षेत्र के निवासी रत्नेश श्रीवास्तव नैनी के दूरवाणी नगर स्थित महर्षि विद्या मंदिर में क्लर्क थे। तीन माह पहले उनका महाराष्ट्र स्थानांतरण कर दिया गया था। वह अपना स्थानांतरण रुकवाने के लिए काफी प्रयासरत थे। इसी चलते वह महाराष्ट्र नहीं गए थे। इनकी एकलौती बेटी यशी इसी स्कूल में 12वीं की छात्रा थी। वह रोज उसे स्कूल की छुट्टी होने के बाद लेने यहां आते थे।
मंगलवार दोपहर महर्षि विद्या मंदिर में छुट्टी होने के बाद रत्नेश स्कूटी से बेटी को लेकर वापस लौट रहे थे। नए यमुना पुल की शुरूआत में लेप्रोसी चौराहे पर नैनी से रीवां मार्ग की तरफ जा रहे ट्रक ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दिया, जिससे पिता और पुत्री सड़क पर गिर पड़े। जोरदार टक्कर की वजह से रत्नेश व पुत्री की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद वहां पहुंची पुलिस ने स्कूटी स्कैन करके इनका नाम और पता की जानकारी ली। आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचते, इसके पहले चालक ट्रक लेकर भाग निकला। दुर्घटना के चलते सड़क पर यातायात ठप हो गया। कुछ ही देर में नैनी पुलिस मौके पर पहुंची। शवों को हटवाते हुए मृतक रत्नेश श्रीवास्तव के स्वजन को घटना की जानकारी दी गई। घरवाले पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। रत्नेश व यशी का शव देखते ही वह बिलखने लगे।
नैनी इंस्पेक्टर बृजकिशोर गौतम का कहना है कि घटनास्थल व उसके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है और जल्द ही ट्रक व चालक का पता लग जाएगा।
पत्नी व बेटे को संभालते रहे परिवार के लोग
रत्नेश श्रीवास्तव और उनकी पुत्री यशी की सड़क दुर्घटना में मौत की जानकारी जैसे ही परिवार के लोगों को मिली, उनकी समझ में ही नहीं आया कि आखिर यह सब कैसे हो गया। कुछ देर पहले रत्नेश ने घर पर फोन कर बाेला था कि वह यशी को लेकर आ रहे हैं और अचानक इस प्रकार की घटना कैसे हो गई। रत्नेश की पत्नी साधना श्रीवास्तव तो बेसुध हो गईं। इकलौती बेटे हर्ष के साथ जैस-तैसे वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचीं। यहां पति व बेटी की लाश देखते ही फूट-फूटकर रोने लगीं। कुछ ही देर में उनके परिवार के अन्य सदस्य भी पहुंचे। साधना व हर्ष की हालत देखकर वह उन्हें संभालने लगे। परिवार के लोगों ने बताया कि रत्नेश तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके दो बच्चे थे, जिसमें यशी छोटी थी, जबकि बेटा हर्ष बड़ा है।
अब कुछ नहीं बचा, सब खत्म हो गया
पोस्टमार्टम हाउस में रत्नेश की पत्नी साधना बस यही कह रही थीं कि अब कुछ नहीं बचा, सब खत्म हो गया। उनके पति ने कभी किसी का दिल नहीं दुखाया, बहुत ही खुशदिल इंसान थे। सभी का भला चाहते थे, लेकिन उनके साथ यह क्या हो गया। बेटी यशी पूरे परिवार की दुलारी थी। अब कौन यशी को बुलाएगा। उनका तो सब कुछ छिन गया।
वाहन की टक्कर से साइकिल सवार युवक की गई जान
नैनी के टीएसएल कंपनी के समीप मंगलवार सुबह अज्ञात वाहन की टक्कर से साइकिल सवार की मौत हो गई। उस समय उसकी पहचान नहीं हो सकी। दोपहर में साथ में काम करने वाले कर्मचारियों ने उसकी शिनाख्त मध्य प्रदेश के रीवा जिले वार्ड-नौ आमोखा पाडर मऊगंज निवासी 28 वर्षीय अमित पांडेय पुत्र शिव कुमार पांडेय के रूप में की। पुलिस का कहना है कि अमित औद्योगिक थाना क्षेत्र के सड़वा में किराए के मकान में रहता था। वह कहीं प्राइवेट काम करता था। सुबह साइकिल से ड्यूटी जा रहा था। टीएसएल कंपनी के समीप किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दिया। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।