UPPSC: पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के कई उत्तरों को अभ्यर्थियों ने बताया गलत, मिशन लाइफ कब किया गया लॉन्च?
पीसीएस 2025 की प्रारंभिक परीक्षा में कई उत्तरों पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई है। आयोग द्वारा दिए गए कुछ उत्तरों को गलत बताया गया है। अभ्यर्थियों ने परिणाम से पहले अंतिम उत्तर कुंजी जारी करने की मांग की है, ताकि परीक्षा की पारदर्शिता बनी रहे और वे अपनी सफलता या असफलता का कारण जान सकें।

राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। पीसीएस की वर्ष 2025 की प्रारंभिक परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के कई प्रश्नों के उत्तरों पर अभ्यर्थियों ने आपत्ति जताई है। आयोग ने कुछ प्रश्नों के जिन उत्तरों को सही बताया है, उसमें से कई को अभ्यर्थियों ने गलत बताया है। इसके साथ ही अभ्यर्थियों ने प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित करने के पहले अंतिम उत्तर कुंजी जारी करने की मांग की है।
अभ्यर्थियों ने कहा है कि उत्तरकुंजी नहीं जारी किए जाने से परीक्षा की शुचिता एवं पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न लगता है। लोक सेवा आयोग ने पीएसएस प्रारंभिक परीक्षा की अनंतिम उत्तरकुंजी 18 अक्टूबर को जारी की। साथ ही अभ्यर्थियों से किसी प्रश्न एवं उसके उत्तर पर आपत्ति होने पर 25 अक्टूबर तक आपत्ति देने को कहा।
इधर, अभ्यर्थियों ने कई उत्तरों को गलत बताया है। अभ्यर्थियों के अनुसार सरकारी वेबसाइट पीआइबी के अनुसार मिशन लाइफ गुजरात के केवड़िया से अक्टूबर 2022 में लांच किया गया था, जबकि आयोग ने जून 2022 में लांच करने को सही माना है। इसके अलावा काम के बदले अनाज कार्यक्रम (लोकसभा में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री द्वारा दिए गए उत्तर के अनुसार) 2001 में शुरू किया गया था, जिसका उत्तर 2, 4, 1, 3 गलत है। सही उत्तर 2, 4, 3, 1 होना चाहिए।
अनुच्छेद 75 (3) के अनुसार मंत्रिपरिषद (कार्यपालिका) सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है, न कि व्यवस्थापिका (संसद) के, क्योंकि संसद में राष्ट्रपति, राज्यसभा और लोकसभा तीनों शामिल होते हैं। उत्तरकुंजी के कई उत्तरों पर विसंगति का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने कहा है कि खुद प्रश्न बनाने वाले विशेषज्ञ 150 प्रश्नों के सही उत्तर नहीं बना पाते हैं, तो अभ्यर्थियों से कैसे आशा कर सकते हैं।
अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग से कुछ उत्तरों पर आपत्ति जताई है। अभ्यर्थी राजन त्रिपाठी का कहना है कि आपत्तियां लेने के बाद भी अंतिम उत्तर कुंजी जारी न करने की आयोग की प्रथा परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता पर प्रश्न चिह्न लगाती है। अभ्यर्थी गौरव चौहान, प्रियांशु श्रीवास्ताव, विकास सिंह, आनंद यादव ने मांग की है कि आयोग को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी करने से पूर्व अंतिम उत्तर कुंजी अवश्य जारी करनी चाहिए, ताकि अभ्यर्थियों को पता लग सके कि वह किस वजह से परीक्षा के अगले चरण के लिए सफल या असफल हुए हैं।
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