Raebareli News: आंतरिक कलह से जूझ रही नगर पालिका, योजनाओं में रुकावट, कैसे हो नगर का विकास?
रायबरेली नगर पालिका क्षेत्र में विकास कार्य कागजों तक सीमित हैं। आंतरिक कलह और अधिकारियों की हीलाहवाली के कारण नए टेंडर नहीं हो पा रहे हैं और कई परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं। कर विभाग में भी विवाद के चलते गृहकर सर्वे रोक दिया गया है। अधूरे कार्यों और गंदगी से ढाई लाख लोगों को परेशानी हो रही है। अधिकारी जल्द समस्याओं के समाधान का दावा कर रहे हैं।

सफीर अहमद, रायबरेली। नगर पालिका क्षेत्र का विकास कागजों पर ही चल रहा है, यहां विकास की योजनाएं तो बनाई जाती हैं, लेकिन उन्हें धरातल पर उतारने को लेकर पालिका प्रशासन के अधिकारी हों या जनप्रतिनिधि काेई खास रुचि नहीं लेते।
लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी इसके दावे तो जनप्रतिनिधियों से लेकर अधिकारी तक सभी करते हैं, लेकिन इस पर कोई भी गंभीरता से काम करने को तैयार नहीं। यही कारण है कि विकास योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही तैयार हो रही हैं या जो कार्य शुरू भी हुए, उन्हें गति नहीं मिल पा रही है।
नगर पालिका के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा पालिका के अंदर की आंतरिक कलह बन रही है। कभी सभासदों व अध्यक्ष का सामंजस्य न बनने पर बोर्ड बैठक स्थगित कर दी जाती हैं तो कभी परिषद के अधिकारियों की आपसी खींचतान विकास का पहिया थाम देती है।
जानकारी के मुताबिक, नगर में करीब 20 से अधिक विकास कार्य वर्तमान में चल रहे हैं और लगभग इतने ही कार्य और कराए जाने हैं, लेकिन जिम्मेदारों की हीलाहवाली के चलते नए कार्यों का टेंडर तक नहीं हो पा रहा है, जो कार्य चल भी रहे हैं वो ठेकेदारों की मनमानी के चलते कब पूरे होंगे, कुछ नहीं कहा जा सकता।
नतीजा पालिका क्षेत्र में रहने वाली करीब ढाई लाख आबादी को खराब सड़क, बदहाल सफाई व्यवस्था जैसी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। लोगाें का कहना है कि नगर के कई मुहल्लों के हालात अभी भी ये है कि जरा सी बारिश हो जाए तो लोगों को घर में कैद होना पड़ता है।
साफ सफाई की स्थिति तो ये है कि मुहल्लों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, नालियां गंदगी से पटी हुई हैं, लेकिन जिम्मेदारों का लोगों की समस्या से कोई लेना देना नहीं है।
कर विभाग में चल रही तनातनी
पिछली बोर्ड बैठक में सर्वे कराकर गृहकर से छूटे हुए मकानों को कर की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव किया गया। बैठक के बाद इसको लेकर खूब प्रचार प्रसार भी हुआ, लेकिन सर्वे शुरू होते ही कर विभाग के अधिकारियों में आंतरिक कलह शुरू हो गई।
एक दूसरे पर मनमानी तो किसी ने भ्रष्टाचार का आरोप तक लगा डाले। नतीजा कुछ ही दिनों में सर्वे पर रोक लगा दी गई। कहा जा रहा है कि एक अधिकारी तो कमरा खाली कराए जाने से इतना नाराज हो गए कि कार्यालय आना ही बंद कर दिया तो कोई अपने ही अधिकारी पर भरोसा खत्म हो जाने की बात कह रहा है।
अधर में लटके काम
- डिग्री कालेज चौराहा से महिला थाना तक सीसी रोड
- पहलवान वीर बाबा नगर डामर रोड निर्माण
- गणेश फर्नीचर से मधुबन क्रासिंग तक डामर रोड
अधूरे पड़े कार्य
- किला बाजार में मोनिस मोबाइल शाप से बंधे के पास तक इंटरलाकिंग का कार्य
- राजकीय कालोनी में पुलिस चौकी से सीएमओ आवास तक साइड पटरी व इंटरलाकिंग
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नगर का विकास कराया जाना ही पालिका परिषद की प्राथमिकता है। नगर के विकास को लेकर विभिन्न योजनाओं से कई कार्य कराए जा रहे हैं, जिन्हें जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा। साथ ही कई ऐसे कार्य भी हैं, जिन्हें बैठक में पास कर लिया गया है। बारिश के बाद उन कार्याें को भी शुरू करा दिया जाएगा।
-शत्रोहन सोनकर, अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद
कोई विवाद नहीं हुआ है। कुछ गलत फहमियों के चलते कर विभाग में अधिकारियों के बीच मनमुटाव है, जिसे आपस में बैठकर सुलझा लिया जाएगा। नगर के विकास कार्य प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे।
-स्वर्ण सिंह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद
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