पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी के बेटे समेत 21 के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा, फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर बेचने का आरोप
सहारनपुर में पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी के बेटे लव सैनी समेत 21 लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली के सन्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पिता की खरीदी हुई कृषि भूमि को फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी बनाकर बेचा गया। आरोप है कि आरोपियों ने धोखाधड़ी से एक-दूसरे के नाम जमीन का बैनामा किया जिसमें लव सैनी के नाम पर भी जमीन खरीदी गई थी।

जागरण संवाददाता, सहारनपुर। पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी के बेटे लव सैनी समेत 21 के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्राथमिकी में दिल्ली के सन्नी भाटिया ने अपने पिता की खरीदी कृषि भूमि को फर्जी पावर आफ अटॉर्नी बनाकर बेचे जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि फर्जीवाड़ा कर एक-दूसरे के नाम बैनामे किए जाते रहे, ताकि मामला पकड़ में न आ सके। लव के नाम पर करीब 10 साल पहले दो बीघा जमीन खरीदी गई थी।
एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में सन्नी भाटिया ने बताया कि उसके पिता अरुण भाटिया ने गांव दाबकी जुनारदार में 1.3440 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। उसके ताऊ अनिल भाटिया ने जमीन को हड़पने के लिए भूमाफिया रोमित वर्मा, सुरेश गुप्ता, राजीव धींगड़ा, संदीप धींगड़ा, रितु, सुमित गुप्ता, अमित गुप्ता से मिलकर फर्जीवाड़ा किया। आरोपितों ने उसके पिता अरुण भाटिया के नाम से फर्जी पावर आफ अटॉर्नी सात नवंबर 2000 में रोमित वर्मा के हक में तैयार करा ली।
अपने नौकर रमेश शर्मा व धर्मपाल को ही गवाह बनाकर ताऊ अनिल भाटिया ने उसके पिता अरुण भाटिया के फर्जी हस्ताक्षर कर पावर आफ अटार्नी को रजिस्टर्ड करा लिया। आरोपितों ने चार दिसंबर 2000 को उक्त जमीन के बैनामे रवि, ललित, सुरेश गुप्ता, राजीव, संजीव धींगड़ा, रितु गुप्ता, सुमित व अमित गुप्ता के नाम कर दिए। सुरेश ने प्लाट के रूप में अहसान, उसकी पत्नी सादिका, नसीम, लव सैनी, हिमांशु बजाज के नाम कर दिए। भूमाफिया ने 16 हजार वर्गगज जमीन में से 12500 वर्ग गज जमीन बेचकर करोड़ों रुपये हड़प लिए।
'पशुशाला के लिए 2015 में खरीदी थी जमीन'
पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी ने बताया कि उन्होंने 2015 में दाबकी जुनारदार में पशुशाला के लिए बेटे लव के नाम पर दो बीघा जमीन खरीदी थी। बताया कि बैनामा कराने से पहले तहसील से पिछले 12 साल का रिकार्ड भी चेक कराया था, लेकिन तब उस जमीन पर कोई लोन या विवाद नहीं था। पिछले साल ही उन्होंने यह जमीन बेच दी थी।
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