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    किन्नरों ने बीमार बच्चे के परिवार से भी लिया नेग, बाद में हुई मौत, अब पंचायत ने उठाया यह कदम 

    By Praveen Kumar Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Wed, 10 Dec 2025 07:11 PM (IST)

    सहारनपुर के मुबारिकपुर गांव में किन्नरों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए पंचायत ने नेग की राशि 1100 रुपये तय की है। ग्राम प्रधान गोपाल सैनी के नेतृत्व ...और पढ़ें

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    ग्राम मुबारिकपुर में आयोजित पंचायत में शामिल लोग। सौ.प्रधान

    संवाद सूत्र, जागरण, गंगोह (सहारनपुर)। कमहेड़ा गांव के बाद एक गांव में ओर किन्नरों की मनमानी रोकने के लिए 1100 सौ रुपये नेग के रूप में देने तय हुए हैं। इससे अधिक मांगने पर पुलिस को बुलाया जाएगा।
    ग्राम मुबारिकपुर के ग्राम प्रधान गोपाल सैनी के नेतृत्व में गांव में पंचायत हुई ।जिसमें किन्नरों के मनमानी रूप से नेग मांगने की परंपरा को तोड़ने के लिए निर्णय लिया गया। पंचायत में उप ब्लाक प्रमुख महिपाल सैनी ने कहा कि शादी ब्याह या अन्य खुशियों के मौके पर नेग देना शुभ है। हर व्यक्ति नेग देता है मगर कुछ सालों से किन्नरों ने आमजन का उत्पीड़न शुरू कर दिया है।जिससें गांव में भी 11-21-31हजार रुपये तक नेग मांगते हैं। न देने पर घर मे बच्चों व महिलाओं की शर्म किये बगैर अभद्रता पर उतारू हो जाते है। जो सभ्य समाज में बहुत बुरा लगता है।

    ग्रामीण ने बताई अपनी पीड़ा 
    एक ग्रामीण ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि हमारे यहां एक बेटा हुआ था जो बीमार होने पर सहारनपुर ले जा रहे थे। मगर अचानक किन्नर आ गए और पैसों की डिमांड की।जिससे उनको 35 सौ रुपये दिए। बेटा भी इलाज के बावजूद नही बच सका था। मगर किन्नरों ने बीमार बच्चा होने के बावजूद इंसानियत नही दिखाई।
    गांव में रहने वाले लोगों ने बताया कि बीते कुछ समय से किन्नरों की मनमानी बढ़ गई थी। वह गांव में आते हैं। और जिस किसी के घर बच्चा पैदा हो या शादी हो, उनके घर में अराजकता का माहौल बना देते हैं।
    ऐसे हालत में अपनी इज्जत बचाने के लिए कुछ लोगों को इधर उधर से लेकर इनकी मांग पूरी करनी पड़ती थी। अब पंचायत के इस फैसले से लोगों को काफी राहत होगी।ग्राम प्रधान गोपाल सैनी ने कहा कि अगर कोई किन्नर 1100 रुपये की जगह अधिक मांगता है तो किसी भी ग्रामीण को नही देना है। अभद्रता करने पर ग्राम प्रधान को सूचना देने पर पुलिस को फोन कर बुलाया जायगा।
    बता दे पिछले सप्ताह गंगोह की सर्वदलीय संघर्ष समिति के सदस्यों ने भी कोतवाली प्रभारी से मिलकर किन्नरों की मनमानी रोकने की मांग की थी। मा. विजयपाल सैनी, जगपाल सैनी,बबलू पिंटू सतीश,इंद्र सैनी आदि काफी लोग रहे।



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