दो लाख रुपये के लिए ठेकेदार को बेच दिया दो साल का बच्चा, कलयुगी पिता ने बताई हैरान करने वाली वजह
संभल के बहजोई में एक पिता ने मानवता को शर्मसार करते हुए अपने दो साल के बच्चे को 1.90 लाख रुपये में बेच दिया। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पिता ने बताया कि उ ...और पढ़ें

बहजोई में मानवता हुई शर्मसार, हिंदू पिता ने तीन दिन पूर्व मासूम को मुस्लिम युवक को सौंपा
थाने में बोला मासूम का पिता- पत्नी भाग गई, मैं आर्थिक तंगी के चलते पालन पोषण में असमर्थ
जागरण संवाददाता, संभल। बहजोई में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने मानवता को झकझोर दिया। पिता का अर्थ जहां सुरक्षा, स्नेह और सहारा होना चाहिए। वहीं यहां दो वर्ष के मासूम को रकम के बदले बेच दिए जाने की खबर ने लोगों को स्तब्ध कर दिया।
समाज में माता-पिता को भगवान कहे जाने की परंपरा में एक पिता ने अपने ही रक्त संबंध को सौदे का विषय बना दिया। बच्चे की मासूमियत और उसकी समझ अभी दुनिया देखने भर की थी, लेकिन पिता ने उसके भविष्य को रकम के दाम पर गिरवी रख दिया।
दरअसल, कस्बा तीन दिन पूर्व बहजोई की एक कालोनी में रहने वाले गरीब मजदूर ने चंदौसी के रहने वाले एक सड़क ठेकेदार से अपने दो वर्षीय बेटे को 1.90 लाख रुपये में बेच दिया और सड़क ठेकेदार बच्चे को अपने घर ले गया। इस घटना की जानकारी कुछ हिंदू संगठनों तक पहुंची, जिन्होंने इसे मानव तस्करी, मजहबी सौदा और मानवाधिकार का गंभीर उल्लंघन बताते हुए पुलिस से शिकायत की।
सूचना मिलते ही बहजोई पुलिस हरकत में आई और मासूम के पिता को थाने बुलाया जहां उसने यह स्वीकार किया कि उसकी पत्नी कई महीने पहले किसी अन्य व्यक्ति के साथ भाग गई और शादी कर ली, उसके तीन बच्चे हैं आठ, छह और दो वर्ष के। वह मेहनत मजदूरी करता है और बच्चों का पालन पोषण करने में असमर्थ होने के कारण उसने सबसे छोटे बच्चे को बेच दिया।
उसने किसी मध्यस्थ के शामिल होने से इनकार किया, लेकिन पुलिस इसके विपरीत आशंका जता रही है क्योंकि सौदे में रकम के लेनदेन की पुष्टि, संबंधियों के संपर्क और अन्य गतिविधियों की जांच आवश्यक है। पुलिस ने तत्काल बच्चे के पिता को चंदौसी भेजा और बच्चा वहां से थाने पर लाया गया।
इसी बीच पुलिस ने संभावित मध्यस्थ से भी पूछताछ के लिए दबिश दी, लेकिन वह घर नहीं मिला। जिन सड़क ठेकेदार के पास बच्चा ले जाया गया था उसे भी थाने बुलाया गया है। हकीकत में यह मामला गंभीर अपराध, मानव तस्करी और वर्गीय तनाव को जन्म देने वाला हो सकता है, लेकिन किसी की ओर से लिखित तहरीर नहीं आई है।
ऐसे आया सड़क ठेकेदार के संपर्क में
बताया जा रहा है कि चंदौसी के जिस मुस्लिम युवक के द्वारा मासूम को खरीदा गया, वह कुछ महीने पहले बहजोई के इस मोहल्ले में सड़क का निर्माण कर चुका है और वह ठेकेदार है। इसी दौरान मासूम के पिता से उसकी जान पहचान हुई और क्योंकि सड़क ठेकेदार पर कोई संतान नहीं है, इसकी वजह से उसने यह सौदेबाजी की।
सूचना मिलते ही बच्चे को वापस लाया गया है, जांच हर स्तर पर की जा रही है। पिता के बयान, ठेकेदार की भूमिका और सौदे की राशि की पुष्टि की जा रही है। यदि यह मानव तस्करी या आर्थिक शोषण का मामला साबित होता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अभी किसी की ओर से लिखित तहरीर नहीं आई है।
-संत कुमार, प्रभारी निरीक्षक, बहजोई।

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