बुलडोजर एक्शन के बाद सदमे में आए किसान की मौत, बेटे ने लेखपाल के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
बहजोई के खजरा गांव में राजस्व टीम द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान एक किसान की पशुशाला गिरा दी गई। इस घटना से सदमे में आए किसान भजनलाल की अगले दिन मौत हो गई। परिवार का कहना है कि वे 50 वर्षों से वहां रह रहे थे। मृतक के बेटे ने लेखपाल पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

संवाद सहयोगी, बहजोई। धनारी थान क्षेत्र के गांव खजरा में दो दिन पूर्व राजस्व टीम के द्वारा ग्राम सभा की भूमि को कब्जा मुक्त करने की कार्रवाई की गई थी, जिसमें एक पशुशाला को भी ध्वस्त किया गया था। सदमे में आए किसान की अगले दिन मौत हो गई।
बता दें कि जब ग्रामसभा की जमीन बताकर लेखपाल व कानूगो की टीम ने एक किसान के पशुओं का आशियाना बुलडोजर चलवाकर गिरा दिया। घटना के समय किसान भजनलाल घर पर मौजूद नहीं थे, उनकी पत्नी राममूर्ति ने अधिकारियों से समय की मांग की और खुद ही जगह खाली करने का भरोसा दिलाया, लेकिन टीम ने उनकी एक न सुनी और बिना नोटिस कार्रवाई पूरी कर दी।
पीड़ित परिवार का कहना है कि वे करीब 50 वर्षों से इस जगह पर काबिज हैं और अचानक हुई कार्रवाई ने उनका सब कुछ उजाड़ दिया। शाम को जब किसान भजनलाल घर पहुंचे और आशियाना टूटा देखा तो वे गहरे सदमे में चले गए और उनकी तबियत बिगड़ गई। स्वजन उन्हें तुरंत बहजोई के निजी अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए चंदौसी रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही किसान की मौत हो गई। मृतक के पुत्र राजेश ने पुलिस को तहरीर देकर इस मौत के लिए लेखपाल को जिम्मेदार ठहराया और कार्रवाई की मांग की है।
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