जावेद हबीब ने वकील के जरिये तीन निवेशकों को फिर लौटाई रकम, संभल के रायसत्ती थाने में दर्ज हैं 32 FIR
मशहूर हेयर ड्रेसर जावेद हबीब की कंपनी द्वारा निवेशकों से छह गुना रकम का वादा करके की गई ठगी के मामले में राहत मिली है। कंपनी ने वकील के माध्यम से तीन और निवेशकों को पैसे लौटाए हैं। रायसत्ती थाने में 32 शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस अब प्रत्येक शिकायत का मिलान करेगी, जिससे बाकी निवेशकों में उम्मीद जगी है।

संवाद सहयोगी, संभल। मशहूर हेयर ड्रेसर जावेद हबीब की एफएलसी कंपनी द्वारा रकम छह गुना करने के नाम पर की गई ठगी के शिकार निवेशकों को आखिरकार राहत मिलने लगी है। कंपनी की ओर से अधिवक्ता के जरिये तीन और निवेशकों को रकम लौटाने की बात सामने आई है लेकिन, इस बारे में पुलिस के अलावा न तो अधिवक्ता मुंह खोल रहे हैं और न ही पैसे लेने बारे निवेशक कुछ बता रहे हैं। अधिवक्ता ने पुलिस से भी कोई संपर्क नहीं किया है।
बता दें कि प्रसिद्ध हेयर स्टाइलिस्ट जावेद हबीब की एफएलसी कंपनी पर करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में संभल के लोगों ने शिकायत दर्ज की थी। जिसमें कंपनी ने आनलाइन और डिजिटल माध्यम से निवेशकों से निवेश कराया था और छह गुना लाभ देने का वादा किया था। तय समय बीत जाने के बाद जब रकम नहीं लौटाई गई तो निवेशक एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई से मिले थे। मामले में रायसत्ती थाने में अब तक इस मामले में 32 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
सबसे पहले शिकायत दर्ज कराने वाले मोहम्मद हिलाल को दो लाख रुपये का भुगतान किया गया था। इसके बाद तीन अन्य निवेशकों को भी उनकी जमा रकम लौटाई गई है। हालांकि जावेद हबीब के अधिवक्ता पवन कुमार ने बाकी निवेशकों के भी शपथ पत्र बनवा लिए हैं। उनकी रकम भी किस्तों में वापस की जाएगी। पुलिस अब प्रत्येक निवेशक की शिकायत और लौटाई गई रकम का मिलान करेगी। अब शुरुआती रकम वापसी से बाकी निवेशकों में उम्मीद जगी है कि जल्द ही सभी को उनका पैसा मिल सकेगा।
प्रकरण की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षण पवित्र परमार ने बताया कि कंपनी की ओर से वकील के जरिये तीन निवेशकों को रकम लौटाई है। अब तक चार लोगों को पैसे वापस किए जा चुके हैं। पहले मोहम्मद हिलाल को दो लाख रुपये वापस किए थे और फिर मंगलवार को शहर के रहने वाले अमान, शादान और अलबीना की रकम को वापस किया है। कितने और कैसे दिये। इस बात के बारे में पता नहीं पता है। क्योंकि अधिवक्ता पवन कुमार ने इस बार पुलिस से कोई संपर्क नहीं साधा है। मगर, इसकी जानकारी जरूर अन्य स्रोतों से मिली है। उधर, अधिवक्ता पवन कुमार ने पैसे देने की बात से इंकार किया है। वहीं पैसे लेने वालों से संपर्क करने का प्रयास किया मगर, काल रिसाव नहीं हुई।

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