कैसे यूपी के दूसरे जिले बनेंगे टॉप? संभल के DM राजेन्द्र पैंसिया ने दिए अव्वल बनने के सुझाव
लखनऊ में हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में संभल जनपद 'विकसित उत्तर प्रदेश@2047' में सुझाव देने में प्रथम रहा। डीएम राजेन्द्र पैंसिया ने बताया कि कैसे जनपद ने दो लाख सुझाव प्राप्त कर यह मुकाम हासिल किया। उन्होंने 12 सेक्टरों में जागरूकता अभियान चलाकर और विभिन्न समूहों के साथ बैठकें करके सुझाव जुटाए। उनके मॉडल की सराहना हुई।

संभल डीएम का कमाल: 'विकसित उत्तर प्रदेश' में सबसे ज्यादा सुझाव!
संवाद सहयोगी, जागरण, बहजोई। मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में लखनऊ से प्रदेश के सभी मंडलायुक्त और डीएम के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग हुई। जिसमें संभल जनपद चर्चा का प्रमुख केंद्र बना, क्योंकि विकसित भारत विकसित उत्तर प्रदेश@2047 में सुझाव देने में प्रदेश के पहले स्थान पर है। बीसी में महिला कल्याण और बाल विकास और पुष्टाहार विभाग, नियोजन विभाग, कृषि विभाग और भू-तत्व और खनिकर्म विभाग से जुड़े एजेण्डा बिंदुओं की समीक्षा हुई। जिसमें डीएम संभल डॉ. राजेन्द्र पैंसिया ने विकसित उत्तर प्रदेश@2047 पर प्रस्तुतिकरण करने का अवसर मिला।
विकसित उत्तर प्रदेश@2047 में सुझाव देने में पहले स्थान पर है जनपद, डीएम ने प्रस्तुत किया मॉडल
इस दौरान डीएम ने बताया कि सुझाव फीडबैक प्राप्त करने में संभल जनपद कैसे प्रदेश में प्रथम स्थान पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर 2025 को 777 सुझावों के साथ जनपद का स्थान 61वां था, जबकि अब यह दो लाख सुझावों के साथ प्रथम स्थान पर है। डीएम ने सभी डीएम को बताया कि जिसके तहत 12 सेक्टरों में सुझाव फीडबैक एकत्रित किए गए। इसके लिए जनजागरूकता बढ़ाने को कई रणनीतियां अपनाई गईं। विभिन्न कार्यक्रमों में लोगों को शपथ दिलाई गई और विभागवार अभियानों के जरिए ग्रामीण और नगरीय दोनों क्षेत्रों में सुझाव प्राप्त किए गए।
प्रदेश के समस्त मंडलायुक्त और डीएम के बीच संभल का उदाहरण रहा चर्चित
ग्राम सचिवालयों, ग्राम चौपालों, जनसुनवाइयों और एनजीओ के माध्यम से आमजन से संवाद कर सुझाव जुटाए गए। उद्यमियों, व्यवसायियों, महिला संगठनों, श्रमिक संगठनों, कृषकों, एफपीओ सदस्यों, कृषि वैज्ञानिकों, छात्रों, शिक्षकों, मीडिया प्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, पंचायत सहायकों, रोजगार सेवकों, अधिशासी अधिकारियों, एनजीओ, राशन डीलरों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, स्वयं सहायता समूहों, एएनएम, सीएचओ, आशा वर्कर, कृषक संगठनों, नीमा, आईएमए और रोटरी क्लब के साथ बैठकें आयोजित की गईं। समस्त नगर निकायों में वार्डवार सुझाव फीडबैक बैठकों का आयोजन किया गया। जिसमें पार्षदों के सहयोग से वार्डवार सुझाव एकत्र किए गए। डीएम ने बताया कि मुख्यालय पर क्यूआर कोड युक्त फ्लैक्स लगाकर एक कार्मिक तैनात किया गया, जिससे आने वाले आगंतुकों से ऑनलाइन सुझाव लिए गए।
छह अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चले संभल कल्कि महोत्सव/विकासोत्सव 2025 में 5-5 सदस्यों की छह टीमें बनाकर और उनके साथ एक-एक पुलिस कर्मी को लगाकर आने वाले दर्शकों से सुझाव आमंत्रित किए गए। कार्यालयों के प्रवेश द्वारों पर मोबाइल फ्रेंडली कार्मिकों की तैनाती की गई। विभिन्न प्रकार के 40 सामाजिक संगठनों के साथ संवाद स्थापित कर अधिक से अधिक लोगों को फीडबैक देने के लिए प्रेरित किया गया।
डीएम ने बताया कि इस अभियान को जन आंदोलन का रूप देते हुए प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित की गई। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट और अपर जिलाधिकारी प्रदीप वर्मा भी मौजूद रहे।
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