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    वर्दी में रौब द‍िखा रहा था 'दारोगा', पुल‍िस पकड़कर ले आई थाने; फ‍िर सामने आई हैरान करने वाली हकीकत 

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 08:11 PM (IST)

    खुटार में मथुरा के एक फर्जी दरोगा गौरव शर्मा को गिरफ्तार किया गया। वह महंगी शादी करने और मुफ्त में शौक पूरे करने के लिए वर्दी पहनता था। आरोपी डेढ़ साल से किराए पर रह रहा था और खुद को लखनऊ एडीजी कार्यालय से जुड़ा बताता था। पुलिस ने उसे तलाशी अभियान के दौरान पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि उसके पिता भी पुलिस में हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    संवाद सूत्र, खुटार। खुटार में पकड़े गए मथुरा निवासी फर्जी दारोगा गौरव शर्मा के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई। गौरव अपनी महंगी शादी करने, टोल टैक्स से बचने व अन्य शौक पूरे करने के लिए पुलिस की वर्दी पहनकर रहता था। आरोपित ने बताया कि उसके पिता दारोगा है।

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    मथुरा के कृष्णानगर क्षेत्र के ई 33 जनकपुरी महोली रोड निवासी गौरव शर्मा करीब डेढ़ वर्ष से खुटार निवासी संजय त्रिपाठी के मकान में किराये पर रहता था। वह खुद को लखनऊ एडीजी कार्यालय से अटैच बताकर रह रहा था। सोमवार रात ऑपरेशन तलाश के तहत पुलिस ने उसे संदेह के आधार पर पकड़ लिया। थाने लाकर पूछताछ की तो पता चला वह फर्जी दारोगा बनकर लोगों को रौब दिखा रहा था। उसके पास उप्र पुलिस की आईडी के दो फोटो भी मिले हैं।

    गौरव ने पुलिस को बताया कि उसने महंगी शादी करने के लिए फर्जी दारोगा बन गया। ऐसे आठ से 10 लाख रुपये तक की शादी होती, जबकि दारोगा बताकर 30 लाख से अधिक तक की शादी आसानी से हो जाती थी। इसके अलावा टोल टैक्स से लेकर अन्य महंगे शौक भी मुफ्त में पूरे हो जाते थे।

    दारोगा समझकर दुकानदार तक रुपये लेने से बचते थे। आरोपित ने बताया कि पिता राकेश कुमार शर्मा पुलिस विभाग में दारोगा है। हालांकि, वह कहां तैनात हैं इसके बारे में कुछ नहीं बता पा रहा है। प्रभारी निरीक्षक आरके रावत ने बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। उसके विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई है।


    डेढ़ वर्ष तक पुलिस को भनक तक नहीं लगी

    गौरव खुटार के नाैगवां कोट मुहल्ले में करीब डेढ़ वर्ष से रहा था। वर्दी पहनकर घूम रहा था लेकिन खुटार पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। बताया जा रहा है कि एक सिपाही भी उसी मकान में रहता था। ऐसे में पुलिस की क्षेत्र में सक्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। आस-पास के लोग जब उससे तैनाती के बारे में पूछते तो वह कभी पीलीभीत तो कभी लखीमपुर बता देता था। सोमवार को मुहल्ले के एक व्यक्ति ने संदेह के आधार पर पुलिस को इसके बारे में बताया तब यह कार्रवाई की गई है।

     

    चेेकिंग अभियान के दौरान फर्जी दारोगा पकड़ा गया है। उसके विरुद्ध प्राथमिकी पंजीकृत कर ली गई है। इस प्रकरण की जांच की जा रही है।- प्रवीण मलिक, सीओ पुवायां