धान खरीद फर्जीवाड़ा: दूसरे किसानों की फसल बेचकर फंसे 4 लोग, 2 लेखपाल निलंबित
शाहजहांपुर में धान खरीद में फर्जीवाड़ा सामने आया है। चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने दूसरे किसानों की फसल बेच दी। इस मामले में दो लेखपालो ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक चित्र
जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। शासन-प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद भी धान खरीद में गड़बड़ी नहीं रुक पा रही। पुवायां व जलालाबाद में चार लोगों ने फर्जीवाड़ा करते हुए दूसरे किसानों की फसल अपनी बताकर दो सौ क्विंटल से अधिक धान केंद्रों पर बेच दिया। मौके पर जाने की बजाय सत्यापन रिपोर्ट लगाने वाले दो लेखपालों को डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने निलंबित कर दिया है।
गड़बड़ी करने वाले पुवायां के तीन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। चौथे के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है। सरकारी खरीद में बिचौलिए हावी न हों इसके लिए केंद्रों पर उन्हीं किसानों का धान खरीदा जाता है जिनका किसान मित्र पोर्टल पर पंजीकरण है। संबंधित लेखपाल को खेत पर जाकर किसान व उसके खेत में लगी फसल की सत्यापन रिपोर्ट देनी होती है।
इसके लिए बाद खरीद की जाती है। बावजूद इसके कुछ लोगों ने व्यवस्था में सेंध लगा दी। धान की फसल न होने के बाद भी दूसरे किसानों के खेतों को अपना बताते हुए पोर्टल पर पंजीकरण करा दिया। लेखपालों से सत्यापन रिपोर्ट लगवाकर सस्ता धान खरीदकर सरकारी मूल्य पर बिक्री कर दी। जिला खरीद अधिकारी एडीएम प्रशासन रजनीश मिश्र के पास शिकायतें पहुंचीं तो उन्होंने जांच कराई तो आरोप सही पाए गए।
तिलहर के धर्मपुर कंजा गांव निवासी आकाश गुप्ता के विरुद्ध किसी अन्य किसान की भूमि का प्रयोग करके उसका सत्यापन व धान बिक्री में प्रयोग किए जाने की शिकायत की जलालाबाद के एसडीएम न्यायिक से जांच कराई गई तो पता चला कि आकाश ने 99.60 क्विंटल धान गलत तरीके से बेच दिया। इसी तरह पुवायां क्षेत्र में सिसौरा सिसौरी गांव निवासी विचित्र कुमार ने गजेंद्र सिंह व अमन सिंह के साथ मिलकर 150 क्विंटल धान बेच दिया।
एसडीएम न्यायिक पुवायां की जांच में अभिलेखों में हेरफेर करके गलत पंजीकरण व सत्यापन कराने की बात सामने आई, जिस पर डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने दोनों ही मामलों में संबंधित लेखपालों को निलंबित कर दिया। विचित्र कुमार, गजेंद्र सिंह व अमन सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। आकाश गुप्ता पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए है।
51 प्रतिशत हो चुकी खरीद
जनपद में इस बार धान खरीद के लिए तीन लाख पांच हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया है, जिसमें से अब तक 51 प्रतिशत लगभग एक लाख 55 हजार 954 मीट्रिक टन खरीद हो चुकी है। इस बार खोले गए 205 केंद्रों में से 191 पर ही खरीद हुई है, जबकि 14 का खाता ही नहीं खुला।
धान खरीद में पुवायां में तीन व तिलहर में एक व्यक्ति ने तथ्यों को छिपाकर गड़बड़़ी की है। इन पर कार्रवाई की जा रही है। सत्यापन रिपोर्ट लगाने वाले दाेनों लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है।
- रजनीश मिश्र, एडीएम प्रशासन
यह भी पढ़ें- हैरान! 8वीं पास ने बनाया करोड़ों की GST चोरी का 'मायाजाल', मुंबई-पंजाब तक फैले तार, जानिए पूरा फर्जीवाड़ा

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।