फर्जी शादी, साजिश और माल साफ!...गिरोह का भंडाफोड़, लुटेरी दुल्हन समेत तीन गिरफ्तार
पुलिस ने फर्जी शादी करवाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसमें लुटेरी दुल्हन समेत तीन लोग गिरफ्तार हुए हैं। यह गिरोह गरीब परिवारों को निशाना बना ...और पढ़ें

बाबरी थाने में पुलिस की गिरफ्त में आरोपित व्यक्ति एवं महिला। जागरण
संवाद सूत्र, जागरण, बाबरी (शामली)। शादी के नाम पर लोगों को निशाना बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने लुटेरी दुल्हन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। हरियाणा निवासी युवक की शिकायत पर आरोपित हत्थे चढ़े हैं। उनके पास से सोने-चांदी के जेवर समेत नगदी और लग्जरी कार भी बरामद हुई है। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है। इससे पहले भी आरोपित बागपत और बिजनौर के दो लोगों को निशाना बना चुके हैं।
हरियाणा के जिला भिवानी के थाना सदर दादरी के गांव रावलधी निवासी 32 वर्षीय सुरेंद्र कुमार ने बुधवार को बाबरी थाने में तहरीर दी थी। बताया कि कुछ समय पहले उसकी मुलाकात भिवानी में सोनीपत के थाना गन्नौर के गांव दातौली निवासी अरविंद और मुजफ्फरनगर के थाना भौरा कलां के गांव खेड़ी सुनियान निवासी रविंद्र डाबर से हुई थी। बातचीत के दौरान उसने बताया था कि अभी तक उसकी शादी नहीं हुई है और वह क्षेत्र की एक निजी कंपनी में नौकरी करता है। तब उन्होंने बाबरी क्षेत्र के गांव चूनसा निवासी पूजा उर्फ नीतू उर्फ पुनिता गुप्ता से शादी कराने की बात कही थी।
उन्होंने युवती का आधार कार्ड व फोटो भी दिखाया था और पूजा को उसके परिवार से भी मिलवाया था। शादी के लिए सब राजी हो गए थे। 26 नवंबर 25 को चूनसा के शिव मंदिर में शादी की गई थी। तीन दिसंबर को पूजा उसके साथ अपने घर मायके गांव चूनसा आई थी। इस दौरान उसने कहा था कि अरविंद और रविंद्र के साथ शामली बाजार से कपड़े लेने जा रही है। तभी तीनों एक गाड़ी में सवार होकर चले गए, और वह उनके आने का इंतजार करता रहा। कई घंटे बाद भी वे नहीं आए। उनके फोन नंबर भी बंद आ रहे थे।
पत्नी के पास सोने-चांदी के जेवर और खरीदारी के लिए दिए 25 हजार रुपये भी थे। उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसने थाने में तहरीर दी थी। उसने बताया कि शादी कराने के नाम पर अरविंद ने अपने खाते में 15 हजार रुपये भी डलवाए थे। पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। थानाध्यक्ष राहुल सिसौदिया ने बताया कि गुरुवार को पुलिस ने लुटेरी दुल्हन पूजा उर्फ पुनिता पुत्री ईश्वर प्रसाद गुप्ता निवासी गांव मदारिपुर थाना कुठोनद जिला जालौन और वर्तमान पता ऋषिकेश में चंद्रभागा मंदिर के पास उत्तराखंड समेत तीनों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य दोनों आरोपितों के पते सही हैं। उनके पास से सोने-चांदी के जेवर, नकदी और होंडा सिटी कार भी बरामद हुई है। तीनों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
गैंग का लीडर है रविंद्र, चार राज्यों में की वारदात
एसपी एनपी सिंह ने बताया कि गिरोह बहुत ही शातिर है। पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि पूजा का फर्जी आधार कार्ड नीतू निवासी गांव चूनसा के नाम से भौराकलां निवासी अंकित से बनवाया था। अंकित ने चाइनीज एप्लीकेशन से फर्जी आधार कार्ड तैयार किया था। इसके बाद उन्होंने पूजा को नीतू बताते हुए शादी कराई थी। इससे पहले आरोपित बागपत के बड़ौत और बिजनौर के नजीबाबाद में भी शादी के नाम पर ठगी कर चुके हैं। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपित हर घटना में लड़की का फर्जी आधार कार्ड नए नाम से तैयार करते थे। गिरोह का मुख्य आरोपित रविंद्र अभी तक आठ से 10 फर्जी शादियां कराकर ठगी कर चुका है। इसके संपर्क में अन्य लड़कियां भी होने की बात सामने आई है। आरोपितों का गिरोह उत्तराखंड, हरियाणा, यूपी और दिल्ली में सक्रिय था।

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