यूपी के श्रावस्ती में खतरे के निशान से 70 सेमी ऊपर पहुंची राप्ती नदी, सहमे तटवर्ती ग्रामीण
श्रावस्ती में राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। लगातार बारिश से किसानों को राहत मिली है क्योंकि वे यूरिया का छिड़काव कर रहे हैं लेकिन मजदूरों और दुकानदारों को परेशानी हो रही है। प्रशासन ने कई गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है और राहत कार्य की तैयारी कर रहा है।

जागरण टीम, श्रावस्ती। तराई में सोमवार को भी रुक-रुक कर बारिश होती रही। तीन दिनों से हो रही बारिश व नेपाल के पहाड़ों से पानी आने से राप्ती नदी खतरे के 127.70 सेमी को पार करते हुए 70 सेमी ऊपर बह रही है। इससे तटवर्ती गांवों के लोगों की धुकधुकी बढ़ गई है। बाढ़ की आशंका को लेकर गांवों के लोग घर के सामान सुरक्षित करने लगे हैं। खबर लिखे जाने से तक 15 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से नदी का जलस्तर बढ़ना जारी था।
किसान खुश, मजदूरों को परेशानी
लगातार बारिश से दोनों निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में रास्ताें पर जगह-जगह जलभराव से लोगों को आवागमन में दिक्कत उठानी पड़ी। दिहाड़ी मजदूर और फुटपाथ पर दुकान करने वालों लोगों को बारिश से परेशानी हुई। खेतों में पानी भर जाने से किसान निहाल हैं। यूरिया का छिड़काव शुरू हो गया है। इससे अचानक यूरिया की मांग भी बढ़ गई है।
अलर्ट मोड पर हैं इन गांवों के लोग
एसडीएम जमुनहा प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि नदी में लगातार पानी बढ़ने से जमुनहा तहसील क्षेत्र के तटवर्ती गांव मोहनपुर, गजोबरी, ऐठा, वीरपुर, लौकिहा, कथरामाफी, सलारूपुरवा, पिपरहवा, शिकारी, जोगिया, शमशेरगढ़, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, धोबिहा, पोंदला, पोंदली, रामगढ़िया, विशंभरपुर, लखाही खास, भिनगा तहसील के रेहरा व इकौना के मोहनापुर, नरायनपुर, बैदौरा, लैबुड़वा, बेडसरा के लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। गांवों में पानी घुसता है तो राहत और बचाव की तैयारी पूरी है। बाढ़ चौकियां सक्रिय हैं।
राप्ती बैराज का जलस्तर
सुबह आठ बजे- 127.40 सेमी
दोपहर एक बजे- 127.90 सेमी
शाम पांच बजे- 128.40 सेमी
नोट:- राप्ती बैराज पर खतरे का निशान 127.70 है।
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