नेपाल की जेल से भागे सात कैदी भारतीय सीमा में करने जा रहे थे प्रवेश, पकड़े गए
नेपाल के तौलिहवा कारागार से बुधवार सुबह सात कैदी जेल का दरवाजा तोड़कर भाग गए। वे भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन एसएसबी और पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़े गए कैदियों में नेपाल के कपिलवस्तु जिले के तीन और शेष भारतीय क्षेत्र के निवासी हैं जो मादक पदार्थ चोरी और दुष्कर्म जैसे मामलों में जेल में बंद थे।

जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनर। नेपाल के तौलिहवा कारागार से बुधवार सुबह सात कैदी जेल का मुख्य दरवाजा तोड़कर फरार हो गए। सभी कैदी गुप्त रास्ते से भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन खूनुवा के पास पगडंडी रास्ते पर संयुक्त चेकिंग के दौरान एसएसबी 43वीं बटालियन व खूनुवा चौकी पुलिस के जवानों ने दबोच लिया। खुनुवा बार्डर से तौलिहवा कारागार लगभग 14 किमी दूर है।
पकड़े गए कैदियों में नेपाल के कपिलवस्तु जिले के तीन और शेष भारतीय क्षेत्र के निवासी शामिल हैं। इनमें हीरालाल पत्थरकट (30 वर्ष) निवासी जहदी थाना पिपरा, जिला कपिलवस्तु, छेड़खानी के आरोप में तीन माह से बंद था।
हशमत अली (25 वर्ष) निवासी शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर, मादक पदार्थ मामले में बंद था। गोरखनाथ यादव (40 वर्ष) निवासी मदरहना उर्फ रामनगर मटियारिया, सिद्धार्थनगर, एनडीपीएस मामले में जेल में था। सोनू चौधरी (30 वर्ष) निवासी खड्डा, कुशीनगर, चोरी के मामले में सजा काट रहा था।
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इसी तरह सूरज चौधरी (29 वर्ष) निवासी जहदी वार्ड 11, कपिलवस्तु, मादक पदार्थ मामले में 19 माह से बंद था। शकील दर्जी (24 वर्ष) निवासी नीबी दोहनी, शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर, ब्राउन शुगर मामले में 56 माह से जेल में था। वहीं, सलाहुद्दीन (35 वर्ष) निवासी चरिगांवा, कपिलवस्तु, दुष्कर्म के मामले में 54 माह से तौलिहवा कारागार में कैद था।
नेपाल पुलिस अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क साधकर सातों कैदियों को वापस लेने की तैयारी कर रही है।
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