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    UP News: सिद्धार्थनगर में सहायक आचार्य से अभद्रता, दो जूनियर चिकित्सक एक माह के लिए निलंबित

    Updated: Thu, 28 Aug 2025 07:12 PM (IST)

    सिद्धार्थनगर के माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी वार्ड के निरीक्षण के दौरान सहायक आचार्य से अभद्रता के आरोप में दो जूनियर रेजीडेंट चिकित्सकों को निलंबित कर दिया गया है। प्राचार्य प्रो. राजेश मोहन ने जांच के बाद यह कार्रवाई की। घटना 26 अगस्त की है जब डा. आशुतोष कुमार शुक्ल ने ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों से जानकारी ली थी।

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    कार्रवाई प्राचार्य प्रो. राजेश मोहन ने जांच के बाद की है। प्रतीकात्‍मक

    जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज में इमरजेंसी वार्ड के निरीक्षण के दौरान सहायक आचार्य से अभद्रता करने के आरोप में दो जूनियर रेजीडेंट चिकित्सकों(जेआर) को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्राचार्य प्रो. राजेश मोहन ने जांच के बाद की है।

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    घटना 26 अगस्त के रात की है। जनरल सर्जरी विभाग के सहायक आचार्य डा. आशुतोष कुमार शुक्ल इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों से गंभीर मरीजों के उपचार और दी जा रही दवाओं की जानकारी ली। इसी दौरान जेआर डा. राहुल गुप्ता और डा. उत्सव सिंह से किसी बिंदु पर बहस हो गई।

    डा. शुक्ला का आरोप है कि बहस बढ़ने पर दोनों ने उनके साथ अभद्रता की। उनका कहना है कि मौके पर मौजूद अन्य जूनियर चिकित्सकों ने भी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की। विवाद बढ़ने पर सुरक्षा कर्मियों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को शांत कराया।

    इसके बाद डा. शुक्ला ने घटना की जानकारी प्राचार्य को दी। मामले को गंभीर मानते हुए प्राचार्य ने जांच कराई और जेआर डा.राहुल गुप्ता व डा.उत्सव सिंह को एक माह के लिए निलंबित कर दिया। साथ ही चेतावनी दी गई कि भविष्य में अनुशासन भंग करने या आचरण विपरीत व्यवहार करने पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी।

    इधर, दो जेआर पर हुई कार्रवाई के बाद जूनियर चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को प्राचार्य प्रो. राजेश मोहन से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने घटना से जुड़ी जानकारी दी और अस्पताल में व्यवस्था सुधार की मांग रखी। उनका कहना था कि इमरजेंसी और वार्ड में रोजाना भारी भीड़ रहती है, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जानी चाहिए। ओपीडी और इमरजेंसी दोनों जगह पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात करने की आवश्यकता है, ताकि विवाद जैसी स्थिति न बने।

    इमरजेंसी वार्ड में सहायक आचार्य के साथ अभद्रता करने की शिकायत मिली थी। इसे संज्ञान में लेने के बाद मामले की जांच कराई गई। अनुशासनहीनता के आरोप में दो बांडेड जेआर को एक माह के लिए निलंबित किया है। चेतावनी दी गई है कि भविष्य में नियम व आचरण के विपरीत कृत्य में संलिप्त पाए जाने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। - प्रो. राजेश मोहन, प्राचार्य माधव प्रसाद त्रिपाठी मेडिकल कालेज