ई-रिक्शा का चार्जर उठा ले गए बिजली कर्मी, लौटाने के मांगे पांच हजार, विधायक तक पहुंचा मामला तो पैसे भी दिए
सीतापुर में बिजली विभाग के कर्मचारियों पर ई-रिक्शा चार्जर लौटाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है। उपभोक्ताओं की शिकायत पर विधायक ज्ञान तिवारी बम्भनावा बिजली उपकेंद्र पहुंचे। वहां उपभोक्ताओं ने बताया कि बिल जमा होने के बाद भी उनसे चार्जर वापस करने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं। विधायक ने नाराजगी जताई और तत्काल पैसे वापस करने को कहा।

जागरण संवाददाता, सीतापुर। गांव में उपभोक्ताओं के घर पर चार्ज हो रहे ई-रिक्शा का चार्जर बिजली कर्मी उठा लाए। उपभोक्ताओं ने चार्जर लौटाने के एवज में पांच हजार रुपये लेने के का आरोप उपखंड अधिकारी रेउसा व अन्य कर्मियों पर लगाया है। उपभोक्ताओं की शिकायत पर सेवता विधायक ज्ञान तिवारी बिजली उपकेंद्र बम्भनावा पहुंचे।
विधायक के आने की भनक लगने से पहले उपखंड अधिकारी पवन गौतम पहले ही निकल गए। विधायक ने उपकेंद्र पहुंचकर बिजली कर्मियों से रुपये किस लिए मांगे जाने के बारे में जानकारी मांगी।
यहां पर बिजली उपभोक्ता व ई-रिक्शा चालकों ने आरोप लगाया था कि बिल जमा होने के बावजूद बिजली विभाग के कर्मचारी जबरन उनके चार्जर उठा ले जाते हैं और उन्हें वापस करने के लिए पांच हजार रुपये मांगते हैं। इसपर विधायक ने नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल रुपये वापस करने के लिए कहा।
विधायक ने कहा कि उपकेंद्र पर तैनात लाइनमैन रवि बिल जमा न होने पर कुछ ई-रिक्शा चालकों से चार्जर उठाने के बाद पांच-पांच हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी।
विधायक ने कहा कि सरकार उपभोक्ताओं को पारदर्शी व्यवस्था देने के लिए प्रयासरत है। आप लोग सरकार की छवि खराब कर रहे हैं। इस दौरान उपकेंद्र पर मौजूद लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
विधायक की नाराजगी के बाद लाइनमैन ने एक उपभोक्ता को 3500 वापस भी कर दिए। विधायक ने अधिकारियों को हिदायत दी कि उपभोक्ताओं को सुविधा उपलब्ध कराना उनकी जिम्मेदारी है, भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रेउसा के एसडीओ पवन गौतम उपभोक्ताओं से अवैध वसूली कर रहे थे। जानकारी पर उपकेंद्र पहुंचकर सभी बिजली कर्मियों को पहली व अंतिम चेतावनी दी गई है। अगर कार्य में सुधार नहीं किया तो कार्रवाई भी कराई जाएगी।
-ज्ञान तिवारी, विधायक-सेवता
विधायक ने कर्मियों पर रुपये मांगने का आरोप नहीं लगाया है। अगर वह ऐसी कोई बात कहते तो अभी तक हम कार्रवाई कर चुके होते। विभाग की ओर से चेकिंग की जा रही है, जिसके चलते अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं।
-एसके वर्मा, अधिशासी अभियंता, महमूदाबाद वितरण खंड
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